PFI से जुड़े SDPI पर ED का बड़ा एक्शन, केरल समेत 4 राज्यों के 9 ठिकानों पर छापेमारी

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज गुरुवार को पीएफआई से जुड़े संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में देश के 4 राज्यों के 9 ठिकानों पर छापेमारी की. इसके सबसे अधिक छापे तमिलनाडु में डाले गए. यहां पर 4 जगहों पर छापे पड़े.

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जांच एजेंसी की ओर से जारी बयान में बताया गया कि देश के 4 राज्यों तमिलनाडु, राजस्थान, केरल के साथ-साथ पश्चिम बंगाल में भी छापे डाले गए. तमिलनाडु के कोयंबटूर के मेट्टुपालयम में 3 ठिकानों पर तो वेल्लोर के आर्कोट में एक जगह पर छापेमारी की गई.

इसके अलावा राजस्थान के भीलवाड़ा और कोटा के साथ-साथ पश्चिम बंगाल में कोलकाता में भी छापेमारी की गई. तमिलनाडु के पड़ोसी राज्य केरल के कोट्टायम और पल्लकड स्थित 2 ठिकानों पर भी जांच एजेंसी ने छापेमारी की

पिछले दिनों गिरफ्तार हुए थे SDPI के फैजी

एसडीपीआई नेता और संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एमके फैजी को प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के कथित मामले में 3 मार्च को धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (PMLA) के तहत गिरफ्तार किया गया था. दिल्ली की एक अदालत ने 10 मार्च को फैजी की ईडी हिरासत अवधि 3 दिन के लिए बढ़ा दी थी.

अदालत ने इससे पहले 4 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय की याचिका पर फैजी को हिरासत में भेज दिया था. एजेंसी की ओर से दाखिल याचिका में मामले में धन के स्रोत और साजिश का पता लगाने के लिए उनसे पूछताछ करने की मांग की गई थी. फिर 2 दिन बाद, ईडी ने एसडीपीआई के खिलाफ जांच के तहत देश भर में छापेमारी की.

समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली में 2 स्थानों पर छापेमारी की गई, जिसमें निजामुद्दीन वेस्ट में स्थित एसडीपीआई मुख्यालय, केरल में तिरुवनंतपुरम और मलप्पुरम, आंध्र प्रदेश में नांदयाल, झारखंड में पाकुड़, महाराष्ट्र में ठाणे के अलावा चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, लखनऊ और जयपुर शामिल हैं.

SDPI का PFI का राजनीतिक संगठन

एसडीपीआई, का गठन साल 2009 में किया गया था और इसका मुख्यालय दिल्ली में है, कथित तौर पर इसे प्रतिबंधित पीएफआई का राजनीतिक मोर्चा माना जाता है. हालांकि, वह ऐसे किसी भी संबंध से इनकार करती है और खुद को एक स्वतंत्र संगठन के रूप में बताती है.

एसडीपीआई के अनुसार, फैजी संगठन के संस्थापक नेताओं में से हैं और साल 2018 में वह इस संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे. एसडीपीआई पोर्टल के अनुसार, फैजी एक इस्लामिक विद्वान और राजनीतिक पर्यवेक्षक हैं, और वह 1980 के दशक में मस्जिद इमाम के रूप में काम कर चुके हैं.

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