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शिक्षा मंत्री ने स्वागत में नहीं पहना साफा-माला:बोले-7 बच्चों की मौत के बाद ये तय किया, स्कूलों की बिल्डिंग के लिए भामाशाहों से मांगा सहयोग

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बहरोड़ में स्वागत के दौरान माला और साफा पहनने से मना कर दिया। मंत्री ने कहा कि झालावाड़ हादसे के बाद उन्होंने ये तय किया है।

दरअसल..शिक्षा मंत्री बहरोड़ के भिटेड़ा गांव में सेठ राज नारायण लॉ कॉलेज की पहली मंजिल का शिलान्यास करने जा रहे थे, इसी दौरान अग्रवाल समाज द्वारा बहरोड़ में स्वागत सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया था। वे सुबह 11.15 बजे बहरोड़ पहुंचे थे।

आपने स्वागत की तैयारी की, लेकिन में कुछ दिन स्वागत-सम्मान नहीं कराऊंगा

शिक्षा मंत्री ने कहा-आपने स्वागत की तैयारी की है, लेकिन मेरी मजबूरी है। कुछ दिन पहले सरकारी स्कूल की बिल्डिंग गिरने से सात बच्चे स्वर्गवासी हो गए थे। इसलिए मैंने तय किया है कि मैं कुछ दिन स्वागत सम्मान नहीं कराऊंगा। मैं माफी चाहता हूं।

भामाशाहों से स्कूलों की बिल्डिंग के लिए मांगा सहयोग

शिक्षा मंत्री ने भामाशाहों से कहा-मेरा निवेदन है कि इस कस्बे में जो स्कूल मरम्मत मांग रहें हैं, जो जीर्ण शीर्ण हो गए हैं। उसमें आप हमारा सहयोग करेंगे तो कृपा होगी। जिससे हमारे स्कूल ठीक हो जाए। जो बिल्डिंग गिरने की नौबत आती है वो ना आए। वैसे सरकार अपनी पूरी ताकत के साथ काम कर रही है, लेकिन आप जानते हैं कि पूरा काम एक साथ नहीं किया जा सकता है। भामाशाह श्रीधर गुप्ता और राजेश नारायण से मैंने निवेदन किया है, जिसको उन्होंने स्वीकार कर लिया है।

ये बच्चों का मामला है, बच्चे किसी एक व्यक्ति या समाज के नहीं है, बच्चे के सभी के होते हैं। सरकार बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए पूरे कदम उठा रही है, इसमें अगर समाज का सहयोग भी मिल जाता है तो अच्छा रहता है।

कॉलेज की बिल्डिंग का शिलान्यास किया

अग्रवाल समाज के अध्यक्ष संजय अग्रवाल के नेतृत्व में लोगों ने शिक्षा मंत्री की आगवानी की। इसके बाद मंत्री गांव भिटेड़ा गए। वहां उन्होंने सेठ राज नारायण लॉ कॉलेज की पहली मंजिल का शिलान्यास किया। इस मंजिल का निर्माण राजेश गुप्ता द्वारा किया जाएगा, जिसकी लागत लगभग डेढ़ करोड़ रुपए आएगी।

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