गोंडा : विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर गोंडा जिले में बुधवार को “एक पेड़ माँ के नाम 2.0” अभियान की गूंज सुनाई दी। जिला पंचायत सभागार व परिसर में हरे-भरे भविष्य की नींव रखते हुए पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम मिश्रा, जिलाधिकारी नेहा शर्मा, व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने खुद अपने हाथों से पौधे लगाकर इस विशेष अभियान की शुरुआत की.
वन विभाग की रही खास पहल
वन विभाग द्वारा प्लास्टिक प्रदूषण को थीम बनाकर एक जनजागरूकता अभियान, कार्यशाला और संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पर्यावरण के संरक्षण और इसके प्रति आमजन को जागरूक करने के उपायों पर गंभीर चर्चा हुई.
छात्र-छात्राओं की रही भागीदारी
इस मौके पर सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ कॉलेज के छात्र-छात्राएं भी उपस्थित रहे। मंच से डिग्री कॉलेज की प्रोफेसर रेखा शर्मा ने कहा, “विश्व पर्यावरण दिवस की नींव 1972 में स्टॉकहोम में हुई संयुक्त राष्ट्र की बैठक में रखी गई थी और इसे हर साल 5 जून को मनाया जाता है।”
थीम: “प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना”
प्रोफेसर शर्मा ने कहा कि प्लास्टिक की जड़ों को उखाड़े बिना समस्या हल नहीं होगी। इस पर सहमति जताते हुए डीएफओ पंकज कुमार शुक्ला ने कहा, “मैं आम जनमानस से अपील करता हूं कि पर्यावरण हितैषी आदतें अपनाएं, फलदार और छायादार वृक्ष लगाएं, उन्हें सिंचित करें और संरक्षित भी करें.”
मीडिया से बोले अधिकारी
इस मौके पर डीसी मनरेगा, कृषि मंडलीय अधिकारी प्रेम ठाकुर, जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार, और ग्राम विकास अधिकारी सुशील कुमार श्रीवास्तव सहित कई विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
मीडिया से बातचीत में जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम मिश्रा और डीएफओ पंकज शुक्ला ने कहा कि इस तरह के अभियान पर्यावरणीय जागरूकता के लिए एक क्रांतिकारी कदम हैं.
गोंडा में हर एक पेड़ बना मां को समर्पित भाव, हर एक पौधा उम्मीदों की नई शाख — यही है “एक पेड़ माँ के नाम 2.0” का असल संदेश!