पुराने नोटों के साथ पकड़े गए पांच लोगों में वृद्ध की पुलिस हिरासत में हुई मौत के मामले में जौरासी चौकी प्रभारी एसआइ पूनम कटारे और हवलदार शिवरतन पांडे को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में एसएसपी धर्मवीर सिंह यादव ने वरिष्ठ अफसरों को मामला रिपोर्ट न करने की लापरवाही मानी है, इसके बाद निलंबन के आदेश जारी कर दिए। पांच लोगों को पकड़ने से लेकर बुजुर्ग की मौत के मामले को वरिष्ठों को नहीं बताया गया था, यही बड़ी चूक रही।
शव को लेकर पुलिस चकरघिन्नी रही और फजीहत
वहीं, इस मामले में डबरा के सिविल अस्पताल में जब वृद्ध को तबीयत खराब हो जाने पर ले जाया गया तो वहां से ग्वालियर रेफर कर दिया। मृत घोषित होने पर उसे सीधे स्वजन दतिया के भांडेर ले गये। जौरासी चौकी पुलिस के हाथ-पांव फूले तो भांडेर पुलिस से संपर्क किया। पुलिस भांडेर से शव को दतिया लेकर आई। यहां पीएम से पहले जौरासी चौकी पुलिस पहुंची और शव को डबरा लाकर पोस्टमार्टम कराया गया। इस तरह शव को लेकर पुलिस चकरघिन्नी रही और फजीहत हुई।
पुलिस पूछताछ में हुई बुजुर्ग की मौत
बता दें कि जौरासी थाना पुलिस के अनुसार भांडेर निवासी इकबाल खान 63 साल निवासी सिटोला मोहल्ला भांडेर जिला दतिया करीब तीन लाख रुपये के पुराने नोटों को बदलने के लिए अपने साथी नीरज अग्रवाल, वीरेंद्र रायकवार, शफीक, जितेंद्र कुमार के साथ कार क्रमांक यूपी93 सीएफ 3590 में सवार होकर झांसी से ग्वालियर गया था। पूछताछ में पता चला कि ग्वालियर में रुपये न बदल पाने के कारण वह सभी रुपये लेकर झांसी वापस जा रहे थे। इस बीच जौरासी घाटी पर पुलिस चेकिंग के दौरान पकड़ लिए गए।
पुलिस चौकी में पूछताछ के दौरान इकबाल खान की तबीयत बिगड़ गई। पुलिस उसे डबरा सिविल अस्पताल ले गई। जहां डॉक्टरों ने ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल रेफर किया। ग्वालियर के अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में ही इकबाल की मौत हो गई। स्वजन बिना पोस्टमार्टम के शव लेकर भांडेर लौट गए थे। इसके बाद भांडेर पहुंच चुके इकबाल के शव को पुलिस की मौजूदगी में डबरा लाया गया। यहां पीएम के दौरान मजिस्ट्रेट समेत डॉक्टर का पैनल और पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। साथ में मृतक का बेटा राशिद और उनके रिश्तेदार भी उपस्थित रहे।
मृतक के साथियों से भी मामले में पूछताछ
मृतक के बेटे राशिद का कहना है कि उसके पिता गाड़ी की एनओसी निकलवाने के लिए ग्वालियर जाने की बात कहकर घर से निकले थे। शाम को अज्ञात नंबर से फोन आया कि तुम्हारे पिता की तबीयत खराब है, डबरा आ जाओ। इधर पुलिस ने मृतक के साथियों से भी मामले में पूछताछ की है।
बड़ा सवाल- शव भांडेर कैसे पहुंचा और पुलिस कहां थी
यहां बड़ा सवाल यह है कि पुलिस अभिरक्षा में वृद्ध को अस्पताल ले जाया गया और मृत्यु होने पर उसे स्वजन भांडेर ले गए। इस दौरान जौरासी चौकी पुलिस स्टाफ कहां था यह सवाल खड़ा हो रहा है। इसमें पुलिस की लापरवाही भी सामने आ रही है।
ग्वालियर एसएसपी धर्मवीर सिंह यादव ने कहा कि तबीयत बिगड़ने पर वृद्ध की मौत के मामले को वरिष्ठ अफसरों को चौकी प्रभारी व स्टाफ ने नहीं बताया, प्रथम दृष्टया लापरवाही मानते हुए प्रभारी व हवलदार को निलंबित कर दिया गया है बाकि जांच जारी है।