छत्तीसगढ़ के रायगढ़ और धरमजयगढ़ वन मंडल के अलग-अलग रेंज में 117 हाथी विचरण कर रहे हैं. कई दल शाम ढलने के बाद गांव के करीब पहुंच रहे हैं और किसानों की फसल को बर्बाद कर रहे हैं.
सोमवार की रात धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों के अलग अलग दल ने 11 किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है. बताया जा रहा है कि इसमें ओंगना गांव में 1 किसान के फसल को रौंदा है.
इसके अलावा दूसरे दल ने दर्रीडीह के 2 किसान, मेढरमार में 4 किसान, कटाईपाली में 3 किसान के अलावा लैलूंगा रेंज के कुंजारा में 1 किसान के गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचाया है.
ग्रामीणों को करना पड़ता है रतजगा
बताया जा रहा है कि रात में जब जंगल से निकलकर हाथियों का दल किसानों के खेतों तक पहुंचता है. तब किसानों को कई बार रतजगा तक करना पड़ जाता है. हाथी मित्र दल, वनकर्मियों के साथ ग्रामीण उन्हें गांव से दूर भगाने की कोशिश करते हैं.
यहां इतने हाथी कर रहे विचरण
विभागीय रिकार्ड के अनुसार जिले के धरमजयगढ़ वन मंडल के लैलूंगा रेंज के तिलाईदरहा में सबसे ज्यादा 39 हाथी विचरण कर रहे हैं.
इसके अलावा छाल रेंज के बोजिया में 28, कापू के कुमरता में 9, रायगढ़ वन मंडल के कांटाझरिया में 7, भैंसगढ़ी में 18 हाथी के साथ ही अलग-अलग रेंज के बीट में 117 हाथियों का दल विचरण कर रहा है. इन दलों में 40 नर हाथी, 55 मादा के अलावा 22 शावक शामिल हैं.
गांव-गांव में करा रहे मुनादी
बताया जा रहा है कि हाथियों की मौजूदगी को देखते हुए वन विभाग हाथी प्रभावित गांवों में मुनादी करा रहा है. इसके अलावा हाथी मित्र की टीम सभी दल पर निगरानी रख रहे हैं. ताकि हाथी गांव तक नहीं पहुंचे और किसी प्रकार की जनहानि न हो. ग्रामीणों को जंगल की ओर जाने से भी मना किया जा हा है.