बहराइच हिंसा के यूपी पुलिस का एक्शन जारी है. गुरुवार को पुलिस की आरोपी रिंकू उर्फ सरफराज से मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ में गोली लगने से सरफराज घायल हो गया. वहीं हिंसा का एक और आरोपी तालिब भी पुलिस की गोली लगने घायल हो गया. बता दें कि रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या करने वाला यही सरफराज था. सरफराज हिंसा के बाद से फरार चल रहा था. पुलिस की टीमें इसकी तलाश में जुटी थीं, लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी.
इसी बीच पुलिस को इनपुट मिला कि सरफराज नेपाल भागने की फिराक में है. पुलिस ने गुरुवार को नाकेबंदी कर नेपाल सीमा के पास हांडा बसेहरी नहर पर सरफराज और उसके साथ तालिब को घेर लिया. पुलिस ने दोनों से सरेंडर करने को कहा, लेकिन दोनों ने फायरिंग करनी शुरू कर दी. जबावी कार्रवाई में पुलिस की गोली लगने से सरफराज और तालिब घयाल हो गए. दोनों को पुलिस ने आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है.
बहराइच में 13 अक्टूबर को भड़की थी हिंसा
बता दें कि बीते रविवार 13 अक्टूबर को हरदी थाना क्षेत्र के महसी इलाके के महराजगंज में मूर्ति विसर्जन के दौरान दो पक्षों में बवाल हो गया था. बवाल इस कदर बढ़ा कि एक पक्ष की तरफ से रामगोपाल मिश्रा नाम के युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई. रामगोपाल की हत्या के बाद से तनाव इस कदर बढ़ा कि लोग आगजनी और तोड़फोड़ पर उतारू हो गए. दुकानों, गाड़ियों और घरों को आग के हवाले कर दिया गया.
पुलिस और PAC की टीमें तैनात
जिला-पुलिस प्रशासन इस बवाल को रोकने में पूरी तरह से नाकाम रहा. फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर लखनऊ से पुलिस के आला अधिकारियों की पूरी फौज बहराइच भेजी गई. साथ ही PAC, CRPF और RAF की कई टुकड़ियों को हिंसा ग्रस्त इलाके में तैनात कर दिया गया. ADG लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने खुद फील्ड पर उतरकर दंगाइयों से मोर्चा लिया. उनका एक वीडियो भी आया था, जिसमें वह हाथ में पिस्टल लिए दंगाइयों को दहाड़ते दिख रहे थे.