साइबर ठगी का नया केस सामने आया है, जहां दिल्ली पुलिस ने जामताड़ा से गिरफ्तारी की है. आरोपी ने माइनिंग इंजीनियरिंग में डिप्लोमा हासिल किया है और पुलिस ने बताया है कि वह साइबर ठगी के गैंग का मास्टर माइंड है. आइए इसके बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
गिरफ्तार किए गए मास्टर माइंड का गिरोह, लोगों को चूना लगाने के लिए खुद को बैंक ऑफिसर बताते. इसके बाद वह बैंक अकाउंट होल्डर्स को KYC का झांसा देते. इसके बाद KYC अपडेट करने का वादा करते.
फोन को रिमोटली एक्सेस पर ले लेते
साइबर ठग बड़ी ही चालाकी से बैंक अकाउंट होल्डर्स का मोबाइल रिमोटली एक्सेस पर ले लेते. इसके बाद चोरी-छिपे उनके बैंक खाते को खाली कर दिया जाता.
दिल्ली की महिला के साथ साइबर ठगी
पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद बताया है कि दिल्ली की एक महिला के साथ 8.1 लाख रुपये की ठगी हुई, जिसकी उसने कंप्लेंट दर्ज कराई थी. इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की.
जामताड़ा से ऑपरेट हो रहा था गैंग
दिल्ली पुलिस को जांच के दौरान एक गैंग का पता चला जो झारखंड के जामताड़ा से ऑपरेट हो रहा था. वह साइबर ठगी के लिए फेक डॉक्यूमेंट से सिम कार्ड जारी कराते, प्रोक्सी आदि का यूज करते हैं. ऐसे में पुलिस को जांच में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा
ठगी के पैसे से खरीदे थे iPhone और MacBook
बैंक खाते से उड़ाए गए रुपयों की मदद से साइबर ठग iPhone और MacBook आदि खरीदते. ऐसे में रुपयों का ट्रैस करना और भी मुश्किल हो गया था. आखिर में जांच कंप्लीट हुई और मास्टर माइंड का पता चला और अनिल कुमार मंडल को गिरफ्तार किया गया.