मशहूर फिल्म डायरेक्टर श्याम बेनेगल अब इस दुनिया में नहीं रहे. 90 साल की उम्र में उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है. अचानक आई इस खबर ने उनके तमाम फैन्स का दिल तोड़ दिया है. उनका गुजर जाना हिंदी सिनेमा के लिए एक बड़ी क्षति है. श्याम बेनेगल ने 9 दिन पहले ही अपना 90वां जन्मदिन सेलिब्रेट किया था. 14 दिसंबर को उनका जन्मदिन था. हालांकि, अब अचानक आई इस खबर ने फैन्स का दिल तोड़ दिया है.
श्याम बेनेगल का जन्म 1934 में सिकंदराबाद में हुआ था. उन्होने कॉपीराइटर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी और फिर अपनी मेहनत और काम से उन्होंने हिंदी सिनेमा में एक बड़ा मुकाम हासिल किया. हिंदी सिनेमा में उनका जो योगदान है, उसे भुलाया नहीं जा सकता.
श्याम बेनेगल की पहली फिल्म
श्याम बेनेगल ने साल 1974 में फिल्म डायरेक्शन करियर की शुरुआत की थी. ‘अंकुर’ नाम की फिल्म आई थी, जो उनके डायरेक्शन में बनी पहली फिल्म थी. 1986 में उन्होंने टीवी की दुनिया में भी कदम रखा. ‘यात्रा’ के नाम से उन्होंने अपना सीरियल डायरेक्ट किया था.
फिल्मों के साथ-साथ उन्होंने 900 से ज्यादा डॉक्यूमेंट्री और ऐड फिल्म डायेरक्ट किए थे. साल 976 में उन्हें पद्म श्री और साल 1991 में पद्म विभूषण से नवाजा गया था. वहीं 2005 में उन्हें दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था. ‘यात्रा’ शो के जरिए टीवी की दुनिया में कदम रखने के बाद उन्होंने और भी कई सीरियल बनाए, जो काफी फेमस हुए. एक नाम दूरदर्शन के प्रोग्राम ‘भारत एक खोज’ की भी है.
इंडस्ट्री को दिए सुनहरे नगीने, टीवी पर किया ऐतिहासिक काम
श्याम बेनेगल ने भारतीय सिनेमा को कई बेशकीमती कलाकार भी दिए, जिनमें शबाना आजमी, स्मिता पाटिल, नसीरुद्दीन शाह, ओम पुरी, अमरीश पुरी, अनंत नाग जैसे महान अभिनेता शामिल हैं. फिल्मों के अलावा दूरदर्शन पर आने वाले मशहूर सीरियल ‘भारत एक खोज’ और ‘कहता है जोकर’, ‘कथा सागर’ का निर्देशन श्याम बेनेगल ने ही किया था. श्याम बेनेगल ने अपने गुरु सत्यजीत रे और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर भी डॉक्यूमेंट्री बनाई. अपनी आत्मकथा ‘एक्ट ऑफ लाइफ’ में अमरीश पुरी ने श्याम बेनेगल को चलता-फिरता विश्वकोश बताया है.
श्याम ने करिश्मा कपूर स्टारर जुबैदा भी डायरेक्ट की थी, जो एक्ट्रेस के करियर की आइकॉनिक फिल्म मानी जाती है.