फिल्ममेकर हंसल मेहता अपनी फिल्मों के साथ-साथ अपनी बेबाकी के लिए भी जाने जाते हैं. अक्सर हंसल मेहता अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने विचार सभी के साथ शेयर करते हैं. ऑस्कर 2025 की रेस से किरण राव और आमिर खान की फिल्म ‘लापता लेडीज’ के बाहर होते ही, हंसल मेहता ने फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (FFI) पर सवाल उठाए. हंसल मेहता के साथ-साथ कंपोजर रिकी केज ने भी FFI को लेकर अपनी राय पेश की है.
‘लापता लेडीज’ को बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म की कैटेगरी के लिए शामिल किया गया था. लेकिन टॉप 15 में आमिर खान की ये फिल्म अपनी जगह नहीं बना पाई. अब फिल्ममेकर हंसल मेहता ने तंज कसते हुए एफएफआई की निराशाजनक “स्ट्राइक रेट और साल दर साल फिल्मों के चयन” की आलोचना की है. फिल्ममेकर ने अपने एक्स अकाउंट पर ट्वीट करते हुए लिखा, फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया ने इसे फिर से कर दिखाया! उनका स्ट्राइक रेट और साल दर साल फिल्मों का चयन बेहतरीन है.
हंसल मेहता के पोस्ट पर यूजर्स का कमेंट
Film Federation of India does it again! Their strike rate and selection of films year after year is impeccable. pic.twitter.com/hiwmatzDbW
— Hansal Mehta (@mehtahansal) December 17, 2024
इतना ही नहीं हंसल मेहता ने सलेक्ट हुईं 15 बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म की लिस्ट भी शेयर की है. फिल्ममेकर के इस पोस्ट पर यूजर्स काफी कमेंट कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, इंडियन फिल्म्स लापता. एक अन्य यूजर ने पायल कपाड़िया की ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट का जिक्र करते हुए लिखा, “एडब्ल्यूआईएएल हमेशा एक व्हाटिफ़ रहेगा”, जिसे कई लोगों ने ऑस्कर 2025 में भारत के लिए एक मजबूत दावेदार माना था, लेकिन इस एफएफआई द्वारा नहीं चुना गया था.
रिकी केज ने भी शेयर की अपनी राय
So, the @TheAcademy Oscars shortlist is out. #LaapataaLadies is a very well made, entertaining movie (I enjoyed it), but was absolutely the wrong choice to represent India for the best #InternationalFeatureFilm category. As expected, it lost.
When are we going to realize.. year… pic.twitter.com/iWGpSXY1KD— Ricky Kej (@rickykej) December 18, 2024
ग्रैमी अवॉर्ड विनर संगीतकार रिकी केज ने भी अपने एक्स हैंडल पर लापाता लेडीज के कुछ पोस्टर शेयर किए. उन्होंने कैप्शन में एक लंबा नोट लिखा: “लापता लेडीज एक बहुत अच्छी तरह से बनाई गई, मनोरंजक फिल्म है (मैंने इसका आनंद लिया), लेकिन बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए ये सही फैसला नहीं था.जैसी कि उम्मीद थी, यह हार गई.”