अभिनेता अल्लू अर्जुन ने शनिवार शाम को जुबली हिल्स स्थित अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और AIMIM विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी द्वारा विधानसभा में की गई टिप्पणियों का जवाब दिया. सबसे पहले, उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में देरी से आने के लिए माफी मांगी और कहा कि उन्हें खुद आप को संभालने में समय लगा. संध्या थिएटर में भगदड़ को दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना बताते हुए अभिनेता ने पीड़ित परिवार को संबोधित किया और अपनी संवेदना व्यक्त की.
उन्होंने कहा, “मुझे हर घंटे बच्चे के बारे में अपडेट मिल रहे हैं. उसकी हालत में सुधार हो रहा है. अच्छी बात बस इतनी है कि बच्चा ठीक हो रहा है.”
इसके बाद उन्होंने कहा, “प्रेस मीट का मुख्य कारण यह है कि बहुत सारी गलतफहमियां, गलत सूचनाएं और गलत आरोप हैं. मैं चरित्र हनन से बेहद अपमानित महसूस कर रहा हूं. यह वह समय है जब मुझे जश्न मनाना चाहिए, खुश होना चाहिए लेकिन पिछले 15 दिनों से मैं कहीं नहीं जा पाया हूं. कानूनी तौर पर, मैं बंधा हुआ हूं, मैं नहीं जा सकता.
#WATCH | Hyderabad, Telangana: On December 4th Sandhya Theatre incident, Actor Allu Arjun says, "It is a very unfortunate incident. It is completely an accident. My condolences to the family. I am taking updates every hour about the condition of the child (hospitalised). His… pic.twitter.com/49EFiej9Iw
— ANI (@ANI) December 21, 2024
उन्होंने कहा कि मैंने इस फिल्म को पूरे दिल से किया है. मैंने फिल्म में जो भी मेहनत की है, मैं उसे स्क्रीन पर जाकर पूरी तरह से नहीं देख पाया हूं. मैंने अपनी फिल्म को थिएटर में भी नहीं देखा है. यह मेरे लिए सबसे बड़ा शिक्षा मंच है. यह मेरी सबसे बड़ी शिक्षा है कि मैंने फिल्म कैसे की है, यह मेरे लिए सीखने का एक तरीका है कि मैं और बेहतर प्रदर्शन कैसे कर सकता हूं. मेरे लिए अपनी फिल्मों को थिएटर में देखना महत्वपूर्ण है ताकि मैं उससे सीख सकूं. मैं स्क्रीन पर सिनेमा देखकर सीखता हूं.
‘इस दुर्घटना में मेरी कोई प्रत्यक्ष संलिप्तता नहीं है’
#WATCH | Hyderabad, Telangana: On December 4th Sandhya Theatre incident, Actor Allu Arjun says, "…It is an unfortunate incident and frankly speaking, it is nobody's fault. I am actually very grateful to the government because they have given a lot of support to the film… pic.twitter.com/8a5jW2ty77
— ANI (@ANI) December 21, 2024
अभिनेता ने कहा कि मैं फिल्मों से सीखता हूं लेकिन पिछले 10-15 दिनों से मैं अपने घर में बैठकर सोच रहा हूं कि आखिर क्या हुआ था, मुझे लगता है कि इस दुर्घटना में मेरी कोई प्रत्यक्ष संलिप्तता नहीं है. हां, यह उन परिसरों में हुआ था, लेकिन जो कुछ हुआ उसके लिए मैं बेहद खेद व्यक्त करता हूं. जब मैं यहां बैठा हूं और फिर आप यह टिप्पणी करते हैं कि मैंने ये कहा, वो कहा और मुझे इस बात की परवाह नहीं है कि क्या हुआ, तो क्या आपने ऐसा बोलकर राष्ट्रीय मीडिया के सामने और जनता के सामने मेरे चरित्र हनन को बढ़ावा नहीं दिया?
उन्होंने कहा कि मैंने पिछले 3 सालों में इतनी मेहनत की है, यहां तक कि अपने ऑडियो फंक्शन के दौरान भी मैंने अपने प्रशंसकों से क्या कहा था कि वे मेरी फिल्में देखने जाएं, क्या मुझे ऐसा नहीं कहना चाहिए? मैंने दुनिया भर में तेलुगु का गौरव बढ़ाने के इरादे से फिल्म बनाई है. जब मैं इतने साफ इरादों के साथ कोई फिल्म बनाता हूं और आप आते हैं और कहते हैं कि मैंने यह किया या मैंने वह किया, तो मुझे कितना दुख होगा. व्यक्तिगत रूप से मेरा यह मतलब किसी से नहीं है. मैं सभी का सम्मान करता हूं, यह किसी तरह का व्यक्तिगत हमला या कुछ और नहीं है. मैं यह कह रहा हूं कि मैं ऐसा नहीं हूं और उन्हें यह समझना चाहिए.
‘फिल्म पूरी होने के बाद अपनी मेहनत देखने जाता हूं’
अल्लू अर्जुन ने कहा कि मैं आपको अभी घटनाओं की श्रृंखला में क्या हुआ, यह बताऊंगा. जो हुआ वह वाकई बहुत दुर्भाग्यपूर्ण था. मेरे काम का आउटपुट देखना मेरी जिम्मेदारी है. यह सिर्फ एक फिल्म नहीं है, यह सिर्फ एक शो है जिसे दिखाया गया है. जब मैं इसे देखूंगा तभी मुझे पता चलेगा कि मैंने पिछले 3 सालों में कितनी मेहनत की है. एक बार पूरी हो जाने के बाद फिल्में देखना मेरे लिए एक अहम मोड़ होता है और इसी इरादे से मैं फिल्म देखने गया था.
‘पुलिस खुद भीड़ को हटा रही थी’
उन्होंने कहा कि कोई गैरजिम्मेदारी नहीं. दरअसल, पिछले 25-30 सालों से मैं एक ही फिल्म थिएटर में जाता रहा हूं. और यह कहना कि मैं गैरजिम्मेदाराना तरीके से और बिना अनुमति के थिएटर में गया था, यह बिल्कुल गलत है, ऐसा कुछ नहीं हुआ. हम इस जानकारी के साथ गए थे कि थिएटर अथॉरिटी ने स्थिति को संभाल लिया है और जब हम अंदर गए तो पुलिस खुद भीड़ को हटा रही थी. हम समझ गए कि सब कुछ ठीक है और हम उनके निर्देशों के अनुसार पहुंचे हैं. कई बार ऐसा होता है कि वे (पुलिस) आते हैं और हमें बताते हैं कि हमारे पास अनुमति नहीं है और इसलिए हम उनकी बात सुनकर वापस लौट जाते हैं. और यहां जब वे केवल हमें आगे आने की अनुमति देते हुए रास्ता साफ करा रहे थे तो हम इस धारणा के तहत थे कि हमारे पास थिएटर में आने की अनुमति है.
तेलंगाना सीएम ने लगाए थे आरोप
बता दें कि विधानसभा में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि अभिनेता अल्लू अर्जुन पुलिस द्वारा अनुमति न दिए जाने के बावजूद पुष्पा 2 की स्क्रीनिंग में शामिल हुए. कार्यक्रम में हुई अराजकता पर प्रकाश डालते हुए रेड्डी ने कहा, “थिएटर में एंट्री करने से पहले और बाहर निकलते समय अभिनेता अपनी कार की सनरूफ से खड़े होकर भीड़ की ओर हाथ हिला रहे थे, जिसके कारण हज़ारों प्रशंसक उनकी एक झलक पाने के लिए धक्का-मुक्की कर रहे थे.”
AIMIM विधायक ने साधा था निशाना
वहीं एआईएमआईएम विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में फिल्म के प्रीमियर के दौरान मची भगदड़ के बाद अल्लू अर्जुन के कथित असंवेदनशील व्यवहार और जिम्मेदारी की कमी की कड़ी आलोचना की. अभिनेता का सीधे नाम लिए बिना ओवैसी ने दावा किया, “मेरी जानकारी के अनुसार, जब उन्हें भगदड़ और एक महिला की मौत के बारे में बताया गया तो उन्होंने कहा, ‘अब फिल्म हिट होगी’.”
उन्होंने आगे कहा, “भगदड़ की घटना के बाद भी उन्होंने (अल्लू अर्जुन) फिल्म देखी और वापस जाते समय अपनी कार से भीड़ की तरफ हाथ हिलाया. उन्होंने उन लोगों और परिवार का हालचाल जानने की भी जहमत नहीं उठाई. मैं भी सार्वजनिक बैठकों में जाता हूं, जहां हजारों लोग आते हैं, लेकिन मैं सुनिश्चित करता हूं कि भगदड़ जैसी कोई घटना न हो.”
घटना के बाद गिरफ्तार हुए थे अल्लू अर्जुन
बता दें कि भगदड़ 4 दिसंबर को संध्या थिएटर के बाहर हुई, जहां पुष्पा 2 का प्रीमियर आयोजित किया गया था. अर्जुन की एक झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में लोग थिएटर के बाहर जमा हो गए, जो अपनी पुष्पा सह-कलाकार रश्मिका मंदाना और स्नेहा रेड्डी के साथ स्क्रीनिंग में शामिल हुए थे. भगदड़ के दौरान 39 वर्षीय रेवती नामक महिला की मौत हो गई और उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया. पुलिस ने दावा किया कि थिएटर प्रबंधन ने भीड़ को संभालने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की थी.
इसके बाद भगदड़ की घटना के सिलसिले में 13 दिसंबर को अल्लू अर्जुन को उनके घर से गिरफ़्तार भी किया गया था. निचली अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. हालांकि, तेलंगाना हाईकोर्ट ने उन्हें उसी दिन अंतरिम ज़मानत दे दी थी. हालांकि इसके बावजूद, ज़मानत आदेश की कॉपी ऑनलाइन अपलोड होने में देरी के कारण अभिनेता को एक रात जेल में बितानी पड़ी.
ये खबर भी पढ़ें