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मुंबई में 325 करोड़ रुपये का शिपिंग फ्रॉड, EOW ने शुरू की जांच, जानें क्या है पूरा मामला

मुंबई में शिपिंग और लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री में 325 करोड़ रुपये से अधिक के बड़े फ्रॉड का मामला सामने आया है. मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने इस मामले में शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू कर दी है. शिकायत विशाल मेहता, जो Rushabh Sealink and Logistics Pvt Ltd से जुड़े हैं, ने ALX Shipping Agencies India Pvt Ltd के खिलाफ की है.

LX Shipping Agencies India Pvt Ltd, All-around Logistics Ltd की सहायक कंपनी है. इसके साथ ही शिकायत में दो अन्य कंपनियों Alladdin Express DMCC (दुबई) और OEL Express India Pvt Ltd का नाम भी शामिल है, जिन पर मेहता ने फ्रॉड की साजिश रचने का आरोप लगाया है.

शिकायत में मेहता ने बताया कि उन्हें इन कंपनियों के माध्यम से शिपिंग ऑपरेशन्स में करोड़ों रुपये निवेश करने के लिए लुभाया गया और उन्हें गारंटीड मुनाफे का भरोसा दिया गया. शुरुआती दिनों में व्यापार सामान्य रूप से चलता रहा, लेकिन बाद में इन तीनों कंपनियों के अधिकारियों ने ऑपरेशन्स और बिजनेस डील्स के नाम पर करोड़ों रुपये हड़पने शुरू कर दिए.

दो जहाज और करोड़ों का नुकसान

शिकायत में कहा गया है कि इस मामले की शुरुआत दो जहाजों Leela Mombasa और XXH-2 से हुई, जिनमें करोड़ों रुपये का माल था. जहाज Leela Mombasa को 1 अगस्त को Nhava Sheva डॉक पर पहुंचना था, लेकिन यह 12 दिन की देरी के बाद 13 अगस्त को पहुंचा और इसे ओमान के लिए डायवर्ट कर दिया गया, जबकि इसे Djibouti जाना था. इस जहाज में लगभग 130 करोड़ रुपये का माल था.

आरोप है कि 26 अगस्त को तीनों कंपनियों के आरोपियों ने मेहता से 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 8.3 करोड़ रुपये) की मांग की, जिसे उन्होंने जबरन लिया. आरोपियों का दावा था कि उनके पास संचालन और नौवहन के लिए धन नहीं था, इसलिए उन्होंने यह राशि मांगी. मेहता ने यह राशि देने के बावजूद जहाज की डिलीवरी बार-बार देरी से हुई. Leela Mombasa अंततः 15 सितंबर को Djibouti पोर्ट पहुंचा, जिससे मेहता और उनके ग्राहकों को भारी नुकसान हुआ.

दूसरा जहाज XXH-2 जे़द्दा से कराची पोर्ट के लिए डायवर्ट किया गया और 10 दिन तक डॉक में खड़ा रहा, जिससे और नुकसान हुआ. ALX और OEL Express द्वारा दिए गए सिक्योरिटी चेक्स फंड की कमी और गलत साइन के कारण बाउंस हो गए.

जांच और आरोप

शिकायत में आरोप लगाया गया है कि भारतीय और विदेशी कंपनियों के अधिकारी पहले से इस साजिश में शामिल थे और उनकी मिलीभगत से मेहता की कंपनी को सैकड़ों करोड़ का नुकसान हुआ. शिकायत में नाम शामिल हैं Sandeep Bakshi, Ravi Jakhar, Vikas Khan, Ali Khan, Wing Kit Tsoi (Andy), Abdulla और Mohammad Rizwan Sheikh.

मेहता का कहना है कि इन कंपनियों और अधिकारियों द्वारा किया गया धोखाधड़ी भारतीय शिपिंग और लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री की छवि को नुकसान पहुंचाता है. उन्होंने दावा किया कि अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की भागीदारी इसे एक ग्लोबल फ्रॉड बनाती है. मुंबई पुलिस की EOW ने जांच शुरू कर दी है और जल्द ही आरोपियों के बयान दर्ज करना शुरू करेगी. सभी संबंधित कंपनियों को समन भेजे जा रहे हैं.

 

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