खंडवा अस्पताल में धूल खा रहे करोड़ों के उपकरण, कलेक्टर बोले – ‘यह तो कुप्रबंधन की हद है

 

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मध्य प्रदेश : खंडवा जिले कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने मंगलवार को जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं की गंभीर खामियों पर अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई. निरीक्षण के दौरान उन्होंने अस्पताल की अव्यवस्था को “पूरी तरह से कुप्रबंधन” करार दिया और तत्काल सुधार के निर्देश दिए. उन्होंने ज़िला पंचायत सीईओ नागार्जुन बी. गौड़ा को अस्पताल का नोडल अधिकारी नियुक्त किया ताकि व्यवस्थाओं में सुधार लाया जा सके.

खाली पड़े वार्ड और ज़मीन पर लेटे मरीज़ों पर जताई नाराज़गी

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर गुप्ता ने अस्पताल में खाली पड़े कमरों और मेल मेडिकल वार्ड में फर्श पर लेटे मरीज़ों को देखकर कड़ी नाराज़गी व्यक्त की. उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को फटकार लगाते हुए कहा जब इतने वार्ड खाली हैं, तो मरीजों को ज़मीन पर क्यों सुलाया जा रहा है यह तो स्पष्ट रूप से कुप्रबंधन है.

 

कलेक्टर ने सीएमएचओ डॉ. ओ.पी. जुगतावत, सिविल सर्जन डॉ. अनिरुद्ध कौशल, और अस्पताल अधीक्षक डॉ. रंजीत बडौले को चेतावनी देते हुए कहा यह पहली बार है कि हम निरीक्षण कर रहे हैं, इसलिए कार्रवाई नहीं कर रहे, लेकिन अगली बार कड़ी कार्रवाई तय है.”

 

बंद पड़े वार्ड और करोड़ों की बर्बादी पर कड़ी टिप्पणी

निरीक्षण में सामने आया कि करोड़ों की लागत से बने 300 से अधिक बेड वाले वार्ड उपयोग में नहीं हैं. 90 बेड का वेंटीलेटर युक्त वार्ड: यह वार्ड 5वीं मंज़िल पर बंद पड़ा है, जहां वेंटीलेटर और बेड धूल खा रहे हैं. 4 करोड़ की लागत से बना 40 बेड का प्राइवेट वार्ड, यह वार्ड 5 वर्षों से बंद पड़ा है और अब कबाड़घर बन चुका है.

10 करोड़ की लागत से बना 24 बेड का ICU: पिछले 4 वर्षों से ताले में बंद, जहां महंगे मॉनिटर, वेंटीलेटर और अन्य उपकरण निष्क्रिय पड़े हैं.


अस्पताल प्रबंधक को फटकार

कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधक यशवंत सोलंकी को फटकार लगाते हुए कहा तुम यहां क्या कर रहे हो भाई? डॉक्टरों से काम नहीं हो रहा तो तुम ही कुछ कर लो

महिला अधिकारी करेंगी हर रात गायनिक ब्लॉक का निरीक्षण

कलेक्टर ने आदेश दिया कि महिला अधिकारी हर रात गायनिक ब्लॉक और वार्डों का निरीक्षण करेंगी ताकि व्यवस्थाओं की निगरानी हो सके. साथ ही, पुरुष अटेंडर रात में इन वार्डों में मौजूद नहीं रहेंगे.

स्मार्ट मैनेजमेंट से विकास की नई दिशा

कलेक्टर ऋषव गुप्ता और ज़िला पंचायत सीईओ नागार्जुन बी. गौड़ा को प्रशासनिक दक्षता के लिए जाना जाता है। यह जोड़ी अब खंडवा में प्रशासनिक सुधार और विकास को नई गति देने के लिए प्रतिबद्ध है. खंडवा के विकास के मैच में स्मार्ट सिटी बनाने वाले ऋषव गुप्ता खंडवा कलेक्टर एक और हैं तो दूसरी ओर पिच पर खेलते हुए टाइम मैनेजमेंट के गुरु माने जाने वाले सीईओ खंडवा नागार्जुन बी गौड़ा हैं.

 

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