Vayam Bharat

इटावा: ठंड में फंसे 60 यात्री, बस चालक हुए फरार, परिवहन विभाग की नाकामी पर उठ रहे सवाल

इटावा:  जनपद में टूरिस्ट परमिट की आड़ में बिना परमिट के बसों का संचालन लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसके चलते परिवहन विभाग की चुप्पी पर सवाल उठ रहे हैं. बीती रात में रेखा पैलेस के पास एक ऐसी ही बस, जो औरैया से दिल्ली जा रही थी तकनीकी खराबी के कारण बीच रास्ते में ठप हो गई.

Advertisement

बस में सवार करीब 60 यात्री, जिनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल थे,ठिठुरती ठंड में पूरी रात फंसे रहे. पीड़ित यात्रियों के अनुसार,बस चालक और परिचालक ने सहायता करने के बजाय बस छोड़कर भागने का रास्ता चुना. सुबह होने पर परेशान यात्री अपनी शिकायत लेकर थाने पहुंचे.

पुलिस ने चालक और परिचालक को बुलवाकर यात्रियों का किराया वापस कराने की कोशिश की, लेकिन यात्रियों को सिर्फ आधा-अधूरा पैसा ही लौटाया गया. एक बस बिहार के पूर्णिया जिले के श्री खाटू श्याम लॉजिस्टिक ट्रस्ट के नाम से रजिस्टर्ड थी टूरिस्ट परमिट पर चल रही थी.

इस रूट पर इस तरह की बिना परमिट की बसें आम हैं, जो कानपुर से इटावा ,जसवंतनगर, शिकोहाबाद, फिरोजाबाद होते हुए दिल्ली तक यात्रियों को ले जाती हैं. परिवहन विभाग की अनदेखी के चलते यह गैरकानूनी परिवहन कारोबार दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है.

बस में सफर कर रहे नरसिंह और सुनील ने बताया, “रात में बस खराब होने के बाद जब हमने दूसरी बस की मांग की तो चालक-परिचालक हमें बीच रास्ते में छोड़कर भाग गए. महिलाएं और बच्चे ठंड में पूरी रात परेशान रहे। सुबह पुलिस ने किराया वापस दिलाने का प्रयास किया, लेकिन हमें पूरा पैसा नहीं मिला.”

Advertisements