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इटावा: नहर की खंदी फटी, 200 बीघा फसल बर्बाद, किसानों की मेहनत डूबी पानी में!

बसरेहर, इटावा: इटावा जिले के बसरेहर ब्लॉक के रजपुरा गांव के पास लोहिया गंग नहर से निकलने वाले कला बंबा बिलंदा का पानी ओवरफ्लो होने के कारण खंदी फट गई. इस घटना से आसपास के तीन गांवों के किसानों की 200 बीघा से अधिक फसल जलमग्न होकर पूरी तरह बर्बाद हो गई.

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खेतों में डूबी फसलें देखकर किसानों में मचा हड़कंप
घटना का पता तब चला जब सुबह करीब 5 बजे किसान खेतों की ओर गए. उन्होंने देखा कि गेहूं, आलू और सरसों की तैयार फसल पानी में पूरी तरह डूबी हुई थी. किसानों ने शोर मचाया, जिसके बाद गांव के अन्य लोग, महिलाएं समेत, मौके पर पहुंचे.

खंदी फटने का स्थान वह है, जहां लोहिया गंग नहर से निकलने वाले कला बंबा बिलंदा और बहादुरपुर से गुजरने वाले राजवा का मिलन होता है. पानी ओवरफ्लो होने और खंदी फटने से मलपुरा, राजपुरा, और आसपास के किसानों की 200 बीघा से अधिक फसलें पूरी तरह नष्ट हो गईं.

किसानों ने खुद किया खंदी की मरम्मत

किसानों ने घटना की जानकारी अधिकारियों को दी, लेकिन कोई भी मौके पर नहीं पहुंचा. इसके बाद किसानों ने बुलडोजर की मदद से फटी हुई खंदी को ठीक कर पानी के बहाव को रोका. हालांकि, तब तक काफी देर हो चुकी थी.

किसानों का दर्द: मेहनत और पैसा दोनों बर्बाद

स्थानीय किसान दुर्वेश शाक्य ने बताया कि खंदी पहले भी कई बार कमजोर होने के कारण फट चुकी है, जिससे फसलों को नुकसान हुआ था. इस बार नहर की सफाई सही तरीके से न होने और गंदगी की वजह से पानी ओवरफ्लो हो गया, जिससे खंदी फट गई. किसानों की गेहूं, आलू, और सरसों की तैयार फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल हमारी मेहनत बर्बाद हुई है, बल्कि हमें भारी आर्थिक नुकसान भी हुआ है.

सिंचाई विभाग की लापरवाही पर उठे सवाल

इस घटना के बाद किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया. सिंचाई विभाग के एक्सईएन राकेश कुमार के सरकारी नंबर पर कॉल करने पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली.

किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा दिया जाए और नहर की सफाई व मरम्मत को प्राथमिकता से कराया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों.

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