इटावा: साइबर अपराधियों की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मचारी ने आत्महत्या कर ली. 37 वर्षीय प्रशांत शर्मा, जो बढ़पुरा ब्लॉक में प्रोग्राम मैनेजर के पद पर कार्यरत थे, ने मंगलवार रात अपने घर के बाथरूम में फांसी लगाकर जान दे दी.
11 वर्षीय बेटे ने पिता को फंदे पर देखा
परिवार ने बताया कि घटना का पता तब चला, जब प्रशांत के 11 वर्षीय बेटे अथर्व ने उन्हें फंदे पर लटका देखा. परिवार ने तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
प्रशांत शर्मा पिछले एक साल से साइबर ठगों की ब्लैकमेलिंग का शिकार थे. ठग लगातार न्यूड वीडियो वायरल करने की धमकी देकर पैसों की मांग कर रहे थे. परिजनों ने बताया कि प्रशांत को ठगों को पैसे देने के लिए कर्ज तक लेना पड़ा.
मृतक की भांजी दीक्षा त्रिपाठी ने खुलासा किया कि साइबर ठगों ने प्रशांत का ईमेल, बैंक अकाउंट और अन्य डिवाइस हैक कर लिए थे. बार-बार ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर उन्होंने साइबर सेल और पुलिस में शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
पुलिस कार्रवाई पर उठे सवाल
परिवार ने पुलिस और साइबर सेल पर लापरवाही का आरोप लगाया है। प्रशांत के पिता नत्थी लाल ने बताया, “हमने कई बार पुलिस और साइबर सेल में शिकायत की, लेकिन वहां से कोई मदद नहीं मिली. मेरा बेटा इस मानसिक तनाव को सहन नहीं कर सका.”
स्वास्थ्य विभाग में शोक की लहर
मूल रूप से आगरा के नटहोली वाह के रहने वाले प्रशांत 2014 से स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत थे. घटना के बाद सीएमओ समेत विभाग के कई अधिकारी मौके पर पहुंचे.
अधिकारियों की चुप्पी खतरनाक
घटना पर पुलिस अधिकारी कोई भी टिप्पणी करने से बच रहे हैं. इटावा पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है, लेकिन अब तक साइबर ठगों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है.