इटावा: जिले के नगरिया यादवान गांव में भारतीय सेना के हवलदार जयप्रकाश नारायण के निधन की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई, जयप्रकाश नारायण, जो भारतीय सेना में लंबे समय से सेवा दे रहे थे, तबीयत खराब होने के बाद उन्हें चंडीगढ़ के मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान उनका निधन हो गया.
लंबे समय से चल रहे थे बीमार
जयप्रकाश नारायण भरथना थाना क्षेत्र के नगरिया यादवान गांव के निवासी थे और 1988 से भारतीय सेना के आइटीबीपी में हवलदार के पद पर तैनात थे. उनकी तबीयत काफी समय से खराब चल रही थी, जिसके बाद उन्हें चंडीगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां गुरुवार को इलाज के दौरान उनका निधन हो गया.
पार्थिक शरीर लेकर पहुंचे जवान
जवान का पार्थिव शरीर भारतीय सेना के जवानों द्वारा उनके गांव नगरिया यादवान लाया गया, जैसे ही शव गांव पहुंचा, वहां शोक की लहर दौड़ गई और हर किसी की आंखों में आंसू थे, परिवार के सदस्य और गांववाले इस दुखद घटना से स्तब्ध थे.
सेना के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि, जयप्रकाश नारायण अपनी सेवा के दौरान एक समर्पित सैनिक रहे थे. उनकी तबीयत खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, और उनके परिवार के सदस्यों को इस बारे में सूचित किया गया था. उनके परिवार वाले अस्पताल पहुंचे थे, जहां उन्हें उनके निधन की खबर मिली.
इस दुख की घड़ी में भारतीय सेना ने उनके परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने की बात कही, और सैनिक की बहादुरी को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की.