उत्तर प्रदेश : सरकार के द्वारा चलाई जाने वाली ऑपरेशन मुस्कान अभियान इटावा में सफल होती हुई दिखाई दे रही है. यहां पुलिस के द्वारा गुमशुदा लोगों की तलाश कर उनके परिवार के लोगों से मिलाने का काम किया जा रहा.
परिवार के लोगों से पुलिस मिला रही गुमशुदा लोग
इटावा जिले में वैदपुरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत से एक मामला आया। जहां सर्वेश कुमारी के द्वारा 14 अक्टूबर 2024 को थाना वैदपुरा में एक प्रार्थना पत्र दिया गया था। जिसमें बताया गया था कि उसका बेटा 18 वर्षीय आलोक कुमार अपनी मौसी ममता थाना वैदपुरा गांव काँटीहार में दोपहर 4:00 बजे मोटरसाइकिल से गया हुआ था. लेकिन वह अपनी मौसी के घर नहीं पहुंचा जिसके बाद हम लोगों की तरफ से ढूंढने की कोशिश की गई लेकिन उसका कहीं भी पता नहीं चला. मामले में युवक की मां ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई थी.
सीसीटीवी के माध्यम से पुलिस को मिली सफलता
पुलिस के द्वारा आलोक को ढूंढने के लिए दो टीमों को गठित कर दिया गया. यहां पुलिस के द्वारा ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत जगह-जगह पर लगवाए गए सीसीटीवी कैमरे को चेक किया गया. सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस को सफलता मिली और महज 7 घंटे के अंदर आलोक को ग्राम नगला बरी से मोटरसाइकिल सहित बरामद कर लिया गया.
आलोक से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि वह पढ़ाई कम किया करता था जिसको लेकर डांटने का काम करती थी. मेरी मां ने मुझको डांटा और इसी से नाराज होकर मैं अपने घर से यहां चला आया था.
वही आलोक के मिलने के मामले में पुलिस ने उसकी मां को इसकी जानकारी दी. मां और उसके परिवार के लोग थाने में पहुंचे जहां पुलिस ने परिवार के सुपुर्द दे आलोक को किया. वहीं पुलिस के द्वारा युवाओं से अपील की गई है कि वह अपने मां-बाप के डांटने पर घर को न छोड़ें बल्कि उनकी बातों को अच्छे से समझे.