इटावा : इटावा पुलिस को एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव के कुशल नेतृत्व में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है.थाना फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और सर्विलांस टीम की एक संयुक्त कार्रवाई में एक कुख्यात ऑटो गैंग का पर्दाफाश करते हुए चार शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है.
यह गैंग इलाके में बंद पड़े मकानों की रेकी करके सुनसान रातों में चोरी की वारदातों को अंजाम देता था.पुलिस और बदमाशों के बीच हुई एक मुठभेड़ में एक बदमाश पुलिस की जवाबी फायरिंग में घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस की टीम रात के समय अपने क्षेत्र में नियमित गश्त पर थी.इसी दौरान, उन्हें विश्वसनीय मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति लोकासई पुल से आगे नहर की पटरी के पास जामुन के बाग में दो ऑटो खड़े करके बैठे हुए हैं.सूचना को गंभीरता से लेते हुए, पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची.
पुलिस को देखते ही, बदमाशों ने भागने की कोशिश की और पुलिस पर जानलेवा फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान, एक गोली थानाध्यक्ष फ्रेंड्स कॉलोनी अमित कुमार मिश्रा की बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी, जिससे वह बाल-बाल बच गए।
बदमाशों की फायरिंग के जवाब में, पुलिस टीम ने भी आत्मरक्षा में फायरिंग की.इस जवाबी कार्रवाई में, एक बदमाश, जिसकी पहचान रोहित उर्फ बंटी कश्यप के रूप में हुई है, घायल हो गया.
घायल बदमाश को तुरंत हिरासत में लेकर इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.मुठभेड़ स्थल से पुलिस ने रोहित के दो अन्य साथियों, दीपक शंखवार और रामनरेश उर्फ कल्लू को भी धर दबोचा. गिरफ्तार किए गए आरोपियों से गहन पूछताछ की गई, जिसके दौरान उन्होंने कई चौंकाने वाले खुलासे किए.
बदमाशों ने बताया कि वे दिन में बंद पड़े मकानों की पहचान करते थे और फिर रात के अंधेरे में उन घरों के ताले तोड़कर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे.उन्होंने यह भी कबूल किया कि चोरी किए गए जेवर और नकदी से उन्होंने एक नया ऑटो भी खरीदा था, जिसका इस्तेमाल वे अपराध करने और चोरी का सामान ले जाने के लिए करते थे.
पूछताछ के दौरान, पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि उनका एक चौथा साथी, सुनील यादव, चोरी की एक पिस्टल खरीदने के लिए आने वाला है. पुलिस ने तुरंत जाल बिछाया और सुनील यादव को भी मौके से गिरफ्तार कर लिया। सुनील यादव के पास से पुलिस ने दो अवैध तमंचे (.315 बोर) और भारी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद किए, जिनमें .32 बोर के 94 कारतूस, .30 बोर के 30 कारतूस और .315 बोर के 12 कारतूस शामिल हैं.इसके अलावा, मौके से तीन खोखा कारतूस भी बरामद हुए.
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए बदमाशों के कब्जे से चोरी की गई एक लाइसेंसी पिस्टल (.32 बोर), दो ऑटो (जिनमें से एक बिना नंबर प्लेट का था और दूसरे का नंबर UP75CT 2546 था), 87,320 रुपये नकद, दो सोने की चेन, एक सोने की अंगूठी, एक जोड़ी चांदी की पायल, एक डीवीआर (डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर) और एक एयरटेल वाईफाई राउटर भी बरामद किया है.
इस महत्वपूर्ण सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने पुलिस टीम की त्वरित और साहसिक कार्रवाई की सराहना की है। उन्होंने इस संयुक्त ऑपरेशन में शामिल एसओजी प्रभारी उपनिरीक्षक बेचन सिंह, सर्विलांस प्रभारी नागेन्द्र चौधरी, थानाध्यक्ष फ्रेंड्स कॉलोनी अमित कुमार मिश्रा और उनकी पूरी टीम को 25 हजार रुपये का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया है.
एसएसपी ने कहा कि इस गैंग के पर्दाफाश होने से क्षेत्र में चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगेगा और पुलिस अपराध नियंत्रण के लिए लगातार प्रयासरत है.उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि वे संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें ताकि अपराध को जड़ से खत्म किया जा सके.यह कार्रवाई इटावा पुलिस की अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को दर्शाती है और आम नागरिकों में सुरक्षा की भावना को मजबूत करेगी.