इटावा : रविवार दोपहर इटावा शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज वारदात ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। दिनदहाड़े एक पॉलिटेक्निक छात्र अंकुश भार्गव का फिल्मी अंदाज में अपहरण कर लिया गया.यह घटना पुलिस लाइन से कुछ ही दूरी पर हुई, जिसने तुरंत हड़कंप मचा दिया. लेकिन, इटावा पुलिस की त्वरित कार्रवाई और मुस्तैदी ने अपहरणकर्ताओं के मंसूबों पर पानी फेर दिया और मात्र दो घंटे के भीतर छात्र को सकुशल बरामद कर लिया गया. इस मामले में पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है और फरार अन्य आरोपियों की तलाश में सघन अभियान जारी है.
अपहरण की पूरी वारदात
रविवार दोपहर करीब एक बजे, अंकुश भार्गव अपने दोस्त कल्लू के साथ स्कूटी पर सवार होकर आवास विकास की ओर जा रहा था.तभी अचानक एक तेज रफ्तार स्विफ्ट कार ने उनकी स्कूटी को ओवरटेक कर रोक दिया। कार में सवार 4-5 युवक थे, जिन्होंने बीच सड़क पर ही अंकुश को जबरन स्कूटी से उतारकर अपनी कार में डाल लिया और तेजी से फरार हो गए. यह घटना इतनी तेजी से हुई कि राहगीर भी कुछ समझ नहीं पाए.दिनदहाड़े हुई इस वारदात से शहर में भय का माहौल बन गया.
पुलिस प्रशासन का अलर्ट और नाकाबंदी
अपहरण की सूचना मिलते ही इटावा पुलिस प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया.एसएसपी ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव ने स्वयं मोर्चा संभाला और पूरे जिले में नाकाबंदी के आदेश दिए.सिविल लाइन थाना पुलिस, एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) और सर्विलांस टीमों को तुरंत सक्रिय कर दिया गया.सभी प्रमुख चौराहों और निकास मार्गों पर सघन चेकिंग अभियान शुरू किया गया, ताकि अपहरणकर्ताओं को जिले से बाहर निकलने से रोका जा सके. पुलिस ने आधुनिक तकनीक और सूचनाओं के आधार पर अपहरणकर्ताओं की संभावित लोकेशन ट्रेस करना शुरू किया.
दो घंटे में सफल रेस्क्यू ऑपरेशन
करीब दो घंटे की लगातार मशक्कत और सघन सर्च ऑपरेशन के बाद, एसओजी टीम ने अपहरणकर्ताओं की कार को यमुना पुल और कालीबांह के बीच ट्रैक कर लिया.पुलिस ने कार को रोकने का प्रयास किया, लेकिन अपहरणकर्ताओं ने पुलिस की गाड़ी को टक्कर मार दी और भागने की कोशिश की.इसके बावजूद, पुलिस टीम ने हिम्मत नहीं हारी और पीछा जारी रखा.थोड़ी ही दूरी पर, संभवतः पुलिस के दबाव या तेज रफ्तार के कारण, अपहरणकर्ताओं की कार अनियंत्रित होकर झाड़ियों में जा घुसी.
कार के झाड़ियों में घुसते ही बदमाश गाड़ी छोड़कर बीहड़ की ओर भाग.पुलिस टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर अपहृत छात्र अंकुश भार्गव को सकुशल बरामद कर लिया। अंकुश को सुरक्षित देख पुलिस और उसके परिवार ने राहत की सांस ली। पुलिस ने मौके से दो संदिग्धों को भी हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है.
वर्चस्व की लड़ाई बनी अपहरण का कारण
पुलिस की शुरुआती जांच और अंकुश के बयान के अनुसार, इस अपहरण के पीछे कॉलेज में छात्रों के बीच वर्चस्व को लेकर चल रहा पुराना विवाद बताया जा रहा है.अंकुश भार्गव का अपने कॉलेज के कुछ छात्रों से लंबे समय से विवाद चल रहा था, और ऐसा प्रतीत होता है कि यह अपहरण उसी पुरानी रंजिश का परिणाम है.
पुलिस का सघन कॉम्बिंग अभियान जारी
छात्र को सकुशल बरामद करने के बाद भी पुलिस का अभियान रुका नहीं है। फरार हुए अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए बीहड़ में सघन कॉम्बिंग अभियान चलाया जा रहा है। ड्रोन कैमरे और अन्य आधुनिक उपकरणों की मदद से बीहड़ के चप्पे-चप्पे को खंगाला जा रहा है। देर शाम छात्र के पिता अनिल भार्गव की तहरीर पर एक नामजद समेत 3-4 अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
एसएसपी ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि अपहृत छात्र को सुरक्षित बरामद कर लिया गया है.उन्होंने कहा कि एक नामजद समेत 3-4 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.पुलिस की इस त्वरित और सफल कार्रवाई से जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बड़ा है.