-Ad-

इटावा: रेडीमेड गोदाम बना जलता नरक! आंखों के सामने राख हुआ सपना

इटावा : इटावा थाना कोतवाली क्षेत्र के पंजाबी कॉलोनी में मंगलवार सुबह एक मकान में भीषण आग लग गई, जिससे लाखों रुपये का रेडीमेड कपड़ों का बड़ा स्टॉक जलकर खाक हो गया.आग इतनी तेजी से फैली कि पूरे मकान को अपनी चपेट में ले लिया.इस दर्दनाक हादसे में दो दमकलकर्मियों सहित कुल पांच लोग झुलस गए. यह घटना क्षेत्र में हड़कंप मचाने वाली साबित हुई, क्योंकि आग ने एक परिवार की जीवन भर की कमाई को पल भर में राख कर दिया.

Advertizement

 

घटना का विस्तृत विवरण

यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना संजय कुमार तिवारी के मकान में हुई, जो पहले रामगंज चौराहे के पास अपनी रेडीमेड कपड़ों की दुकान चलाते थे. दुकान बंद करने के बाद, उन्होंने अपने ही घर को व्यापार का केंद्र बना लिया था और वहीं से कपड़ों का कारोबार कर रहे थे.मकान में एक बड़ा गोदाम बनाया गया था, जिसमें लाखों रुपये का रेडीमेड कपड़ों का विशाल स्टॉक रखा हुआ था। नियति को कुछ और ही मंजूर था, और यह सारा माल पल भर में आग की भेंट चढ़ गया.

 

स्थानीय लोगों के अनुसार, आग की शुरुआत शॉर्ट सर्किट से हुई.यह मामूली सी चिंगारी इतनी तेजी से फैली कि किसी को संभलने का मौका ही नहीं मिला.पड़ोसियों ने बताया कि पहले घर से हल्का धुआं निकलता देखा गया, लेकिन देखते ही देखते आग की लपटें इतनी विकराल हो गईं कि पूरा मकान उनकी चपेट में आ गया. मोहल्ले के लोगों ने इस मुश्किल घड़ी में अदम्य साहस का परिचय दिया.

 

उन्होंने बिना किसी देरी के घर में फंसे परिवार के सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकालने में मदद की, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया. अग्निशमन अभियान और नुकसान का आकलन
सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम तत्काल मौके पर पहुंची। दमकल अधिकारी एफएसओ आशीष माहौर ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए उनकी टीम को करीब तीन घंटे तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.आग की भीषणता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दमकल की तीन गाड़ियां मौके पर लाई गईं और लगातार पानी की बौछारें की जाती रहीं.

 

आग की तीव्रता इतनी अधिक थी कि दमकलकर्मियों को मकान के पीछे की दीवार तोड़कर भी राहत और बचाव कार्य शुरू करना पड़ा ताकि आग पर तेजी से काबू पाया जा सके और अंदर फंसे लोगों को निकाला जा सके, हालांकि परिवार के लोग पहले ही बाहर निकल चुके थे.

 

इस भीषण अग्निकांड में दो दमकलकर्मी भी झुलस गए, जो आग बुझाने के दौरान बहादुरी से अपना कर्तव्य निभा रहे थे। गृह स्वामी संजय तिवारी ने बताया कि इस आग में उनके गोदाम में रखा लगभग 30 लाख रुपये का रेडीमेड कपड़ा पूरी तरह जलकर राख हो गया है। उनका कहना है, “मेरी जीवन भर की कमाई इस आग में जलकर राख हो गई है।” यह उनके लिए एक ऐसा सदमा है, जिससे उबरना बेहद मुश्किल होगा.

प्रत्यक्षदर्शियों के बयान और घायलों की स्थिति
प्रत्यक्षदर्शी बेचे लाल, जो घर के बाहर अपना ठेला लगा रहे थे.

उन्होंने बताया, “पहले धुआं निकलता देखा, फिर आग की लपटें इतनी तेज हो गईं. हमने तुरंत गृह स्वामी को आवाज लगाई और पुलिस व दमकल को फोन किया.” उनकी तत्परता से स्थिति पर थोड़ी देर में काबू पाया जा सका, लेकिन नुकसान भारी हो चुका था.

 

संजय तिवारी ने खुद बताया कि आग लगने के समय वे और उनका परिवार ऊपर वाले कमरे में थे.धुआं देखने पर उन्होंने तुरंत परिवार के सभी सदस्यों को बाहर निकाला. इस प्रक्रिया में, वे खुद और उनके परिवार का एक सदस्य मामूली रूप से झुलस गया.घर से सामान निकालने की कोशिश में मोहल्ले के भी कुछ लोग झुलस गए.

 

जिससे घायलों की कुल संख्या पांच हो गई। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया है. फिलहाल आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है, लेकिन इस घटना ने पूरे पंजाबी कॉलोनी में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। प्रशासन और स्थानीय लोग संजय तिवारी के परिवार की हर संभव मदद करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि वे इस मुश्किल घड़ी से उबर सकें.

Advertisements