इटावा: 100 साल से अधिक समय से चली आ रही जनपद प्रदर्शनी (इटावा महोत्सव) में पिछले कुछ सालों से जिला प्रशासन का हस्तक्षेप काफी बढ़ गया है और अब उम्रदराज होती नुमाइश कार्यकारिणी के सदस्य भी केवल तमाशा देखने को मजबूर हो गए हैं. सोमवार को बॉलीवुड के मशहूर प्लेबैक सिंगर सोनू निगम की स्टार नाइट को देखकर ऐसा प्रतीत हुआ जैसे जिला प्रशासन ने केवल अपने और अपने परिवार के सदस्यों के मनोरंजन के लिए आयोजित किया था और एक पब्लिक इवेंट को प्राइवेट इवेंट में तब्दील कर दिया.
ठंड के मौसम में पब्लिक के लिए कुर्सियां भी नहीं लगाई थीं
जहां छोटे से लेकर बड़े अधिकारीगण अपने परिवार के सदस्यों के साथ मजे से सोफे और कुर्सियों पर बैठकर स्टार नाइट का लुत्फ उठा रहे थे, वहीं आम जनता जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे उनके लिए पूरे महोत्सव पंडाल में कुर्सियों की व्यवस्था तक नहीं थी, जिससे उनको प्रोग्राम खड़े होकर देखना पड़ा। ऐसे में कई लोग तो प्रोग्राम को थोड़ी देर देखकर वापिस चले गए, क्योंकि कोई भी इतनी देर खड़े होकर तो ठंड के मौसम में प्रोग्राम देखेगा कैसे भला, वीवीआईपी ब्लॉक को लोहे की जाली लगाकर पूरी तरह से अलग किया गया था ताकि पीछे से आम पब्लिक कुर्सियों पर बैठ न सके.
छावनी में तब्दील था महोत्सव पंडाल और नुमाइश जाने के रास्ते
कार्यक्रम के लिए महोत्सव पंडाल को पूरी तरह से प्रशासन ने एक किले की तरह छावनी में तब्दील कर दिया था ताकि परिंदा भी पर न मार सके. वीवीआईपी गेट पर वीआईपी कार्ड लिए लोगों को भी एंट्री नहीं मिल पा रही थी, केवल अधिकारियों को गाड़ियों सहित जाने दिया जा रहा था. वहीं वीआइपी पास धारक और आम जनता को पंडाल के मैन गेट पर डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर पर चेकिंग करके जाने दिया जा रहा था.
नुमाइश और पंडाल की तरफ जाने वाले रास्तों जैसे पक्का तालाब चौराहा, नुमाइश चौराहा, पंडाल की तरफ से सेकंड एंट्री गेट, कचहरी से नुमाइश चौराहा की तरफ और पुलिस लाइन तिराहे से नुमाइश की तरफ जाने वाले रास्ते पर बैरीकेड लगाकर निजी चार पहिया वाहनों की एंट्री बैन कर दी गई थी. केवल दोपहिया वाहनों को जाने की छूट थी.
पार्किंग में खड़ी थी अधिकारियों और पुलिस की गाड़ियां
पंडाल के सामने बनी पार्किंग में केवल अधिकारियों और पुलिस की गाड़ियों को खड़ा करने की व्यवस्था की गई थी. इसके अलावा प्रशासन ने पंडाल के बाहर एक अग्निशमन वाहन और एंबुलेंस की व्यवस्था भी की थी. लोग दबे मुंह यह भी पूछ रहे थे इससे पहले भी नुमाइश में बॉलीवुड के बड़े बड़े कलाकार अपनी परफॉर्मेंस देने आए हैं लेकिन इतनी टाइट सुरक्षा व्यवस्था किसी कलाकार के लिए नहीं की गई थी.
सैफई महोत्सव को लोग करने लगे याद
इससे पहले सोनू निगम का इटावा जनपद में आगमन सैफई महोत्सव में हुआ था। तब तत्कालीन मुख्यमंत्री और सपा मुखिया नेताजी मुलायम सिंह यादव ने उनको बुलाया था. लेकिन आम जनता को अपने चेहते कलाकार को खड़े होकर नहीं सुनना पड़ा था. उनको ठंड के मौसम में बकायदा कुर्सियों पर बैठ कर देखा था. लोग कहने लगे कि, प्रशासन को आम जनता का ख्याल रखना था, लेकिन ऐसी संवेदना जिले के आला अधिकारियों के दिमाग से शायद चली गई है.
बाहर से भी बुलाया गया फोर्स
अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक इस स्टार नाइट की सुरक्षा के लिए बाहर के जनपदों से भी फोर्स बुलाया गया. वहीं आम जनता की निकासी के लिए बुद्ध पार्क की तरफ दीवार को तोड़कर निकासी का रास्ता बनाया गया था. इस स्टार नाइट को सर मदनलाल ग्रुप (SMGI), जेके हॉस्पिटल, सैनिक स्कूल, गुरुकृपा डायग्नोस्टिक आदि ने स्पॉन्सर किया था.