मिर्ज़ापुर : जिले के छानबे विकास खंड क्षेत्र के जोपा-रामपुर घाट पर बना पीपा पुल कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है. गंगा नदी पर बने पीपा पुल के लोहे की चादर इधर उधर खिसकने के साथ आवागमन में परेशानी का सबब तो बन ही रही हैं, कभी भी क्षतिग्रस्त लोहे की चादरों से हादसा भी हो सकता है.
ग्रामीणों के मुताबिक पीपा पुल पर लोहे की चद्दर व लकड़ी इधर-उधर बिखरे हुए हैं. जो किसी भी बड़ी घटना को दावत दे सकते है.अंधेरे के वक्त दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है तो वहीं आवागमन में ज्यादातर पैदल और छोटे वाहन चालकों को खतरा बना रहता है.मज़े की बात है कि इतने सब के बाद भी संबंधित जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारियों से मुख मोड़े हुए नज़र आ रहे हैं.
आस-पास के ग्रामीण बताते हैं कि इस पुल के देखरेख को लेकर संबंधित लोग पूरी तरह से बेपरवाह बनें हुए हैं.बताते चलें कि यह एकमात्र पीपा पुल है जो भदोही व मिर्जापुर को जोड़ने से लेकर दोनों जनपदों के दर्जनों गांवों के लोगों के लिए एक सुगम मार्ग भी है जहां से 40 से 50 गांवों के लोगों का आवागमन होता है.बावजूद इसके इतनी भारी लापरवाही लोगों के समझ से परे है.
वहीं इस संदर्भ में संबंधित विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क करने पर बताया गया कि बराबर आवागमन होने खासकर वाहनों के आवागमन होने पर लोहे के चादर खिसक जाते हैं, जिसे तुरंत दुरुस्त कराया जाता है.