मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग द्वारा लांच हाईटेक मोबाइल ऐप अनमोल के कारनामे से सतना जिले का एक परिवार बेहोश होते-होते बचा है. गर्भवती महिलाओं के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए लांच अनमोल ऐप इतनी एडवांस है यह गर्भवती महिलाओं का खुद पंजीकरण कर लेती है और समय से पहले बच्चों की डिलीवरी कराने में भी सिद्धहस्त है.
दरअसल, सतना जिले में बुधवार को अनमोल ऐप पर 6 महीने की प्रेग्नेंट एक महिला की कागजों में डिलीवरी का अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यह दिलचस्प इसलिए है, क्योंकि अनमोल ऐप पर गर्भवती महिला रजिस्टर्ड भी नहीं थी, लेकिन ऐप पर महिला डिलीवरी भी हो गई.
ऐप पर रजिस्ट्रर करने से परिवार को मिला तगड़ा झटका
यह खुलासा तब हुआ जब 6.महीने गर्भवती पत्नी को सरकारी सुविधा का लाभ दिलाने के लिए पति ने उसे अनमोल ऐप पर रजिस्टर करने की कोशिश की. लेकिन पति तब हैरान रह गयाा जब उस पता चला कि उसका बच्चा तो पहले ही दुनिया में आ चुका है, क्योंकि ऐप पर उसके अजन्में बच्चे की डिलीवरी डेट दिसंबर, 2024 लिखी हुई थी.
अनमोल ऐप ने करा दी गर्भवती महिला की डिलीवरी
हैरान करने वाली बात ये है कि महिला की डिलीवरी मार्च के बाद यानी अप्रैल में होनी है. ऐसे में अजन्में बच्चे का कागजों में जन्म के प्रमाण मौजूद होने से महिला बाल विकास और संबल कार्ड धारी होने के बावजूद गर्भवती महिला स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं से वंचित हो गई है. यही नहीं, शादीशुदा जोड़ा मजाक कापात्र बन गया हैं, जिनकी शादी को 9 माह ही हुए हैं.
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से महकमे में हड़कंप मच गया. गर्भवती महिला का परिवार भी हैरान-परेशान है, क्योंकि ऐप पर बच्चे की डिलीवरी डेट ही नहीं, वजन भी दर्ज है. पोर्टल पर बच्चे की डिलीवरी पहले से दर्ज होने से परिवार को सरकारी सुविधा के लाभ से वंचित होना पड़ेगा.
ऐप पर अजन्में बच्चे का वजन और जेंडर भी हैं दर्ज
मामला पंचायत सोहावल के कुड़िया गांव का है. पीड़ित उत्तम सिंह की पत्नी प्रिया सिंह की डिलीवरी अप्रैल माह के पहले हफ्ते में होनी थी, लेकिन अनमोल ऐप पर 3 दिसंबर, 2024 को बच्चे की डिलीवरी डेट लिखी हुई है. इतना ही नहीं, ऐप पर डिलीवरी से हुए बच्चे का वजन 2 किलो 600 ग्राम अंकित है. यही नहीं, जन्म ले चुके संतान का जेंडर भी लिखा हुआ है.
गर्भवती महिला की डिलीवरी डेट अप्रैल, 2025 है
पीड़ित गर्भवती महिला का पति ने जिले के एक निजी नर्सिंग होम में जुलाई को पत्नी को इलाज के लिए लाया था. महिला का ट्रीटमेंट करने वाली डॉ. रश्मि अग्रवाल द्वारा दिए गए मेडिकल दस्तावेज भी जमा किए थे, जिसमें साफ-साफ लिखा गया है कि गर्भवती महिला प्रिया सिंह का डिलीवरी डेट अप्रैल, 2025 है.
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से अजीबोगरीब हादसे के शिकार हुआ परिवार हलकान है. पीड़ित परिवार को कहना है कि अनमोल ऐप पर हुई गलत एंट्री को सुधारने के लिए उन्होंने कार्यालयों के कई चक्कर काटे, लेकिन वहां उनकी समस्या सुनने वाला कोई नहीं है.
समाज में उपहास का पात्र बना पीड़ित परिवार
गौरतलब है कि अनमोंल ऐप पर गर्भवती महिला की डिलीवरी डेट 3 दिसंबर, 2024 लिखा हुआ है. ऐप के मुताबिक महिला की डिलीवरी सतना जिला अस्पताल में हो चुका है. इस खबर ने पीड़ित परिवार को समाज में हंसी का पात्र दिया है, क्योंकि 9 महीने पहले दोनों की शादी हुई थी. इस घटना से गर्भवती महिला सरकारी सुविधा से भी वंचित हो चुकी है.