सीहोर। महाशिवरात्रि पर कुबेरेश्वरधाम में मंगलवार से सात दिवसीय रुद्राक्ष महोत्सव आरंभ हो गया है। समिति और प्रशासन ने श्रद्धालुओं के ठहरने, भोजन और कथा श्रवण करने के किए बेहतर इंतजाम किए हैं, लेकिन इस बार भी रुद्राक्ष वितरण नहीं होने से कुबेरेश्वरधाम पर श्रद्धालुओं की आस्था घटती हुई नजर आई है।
प्रसाशन ने की बड़ी तैयारी
सीहोर रेलवे स्टेशन पर भले ही 11 ट्रेनों के स्टापेज बढ़ाए है, लेकिन वहां भी कम ही श्रद्धालु नजर आ रहे हैं। पूर्व में जहां पूरी ट्रेन खाली होती थी, वहीं अब सैकड़ों की संख्या में ही यात्री पहुंच रहे हैं। यह हाल बस स्टैंड के भी है।
इतना ही नहीं राज्य हाईवे को डायवर्ट किया गया है, लेकिन यहां भी स्थिति सामान्य नजर आ रही है। पहले दिन 50 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंचे है। हालांकि प्रशासन ने 2 लाख श्रद्धालुओं को संभालने के इंतजाम किए थे।
रुद्राक्ष महोत्सव का आगाज
कुबेरेश्वर धाम में मंगलवार से रुद्राक्ष महोत्सव का आगाज हो गया है। यह महोत्सव 3 मार्च तक चलेगा। इसके लिए श्री विठ्ठलेश सेवा समिति और प्रशासन ने इस आयोजन के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियां की हैं।
महोत्सव को लेकर दो दिन पहले से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था, लेकिन इसके बाद पहले दिन आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कम ही नजर आई।
भगवान शिव पर भरोसा करना वह आपको कामयाबी दिलाएगा: पं प्रदीप मिश्रा
कथा के पहले दिन पंडित मिश्रा ने कहा कि भगवान शिव के अनेक गुण हैं, लेकिन शांत रहना, समदर्शी, विनम्रता और निम्रलता आदि गुणों को श्रद्धालु ले लें, तो शिव की प्राप्ति हो सकती है। आपके जीवन में जब भी असफलता और निराश आए, तो भगवान शिव पर भरोसा करना वह आपको कामयाबी दिलाएगा।
भगवान शिव की आराधना करने वाला भक्त कभी दुखी नहीं रहता है। जीवन में कोई जीव अकेला नहीं, कभी खुद को अकेला महसूस न करें, शुभकर्म में किसी के साथ का इंतजार न करें। अकेले भी कर्म, धर्म करने का मौका मिलता है, तो इसे गंवाना मत। शिव की आराधना कोई भी कर सकता है।