मंत्रियों को फडणवीस की हिदायत – राय देने में संयम बरतें, अनावश्यक बयानबाजी से बचें..

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंत्रिमंडल के सहयोगियों को गलत बयानबाजी न करने की हिदायत दी. उन्होंने कहा कि सभी नेता इस बात का ध्यान रखें कि उनके बयान की वजह से समाज में वैमनस्य की भावना जन्म न लेग. उन्होंने भाजपा नेता अटल बिहारी वाजपेयी की राज धर्म की सलाह का भी जिक्र किया और अपने सहयोगियों को भी राज धर्म को सबसे पहले रखने को कहा.

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दरअसल, दो दिन पहले नागपुर में हिंसा भड़क उठी. इसी दौरान भाजपा मंत्री नितेश राणे का विवादित बयान भी सामने आया था. ऐसे में बिना उनका नाम लिए सीएम ने अपने सहयोगियों को इसके लिए चेताया है. मुख्यमंत्री ने साक्षात्कार के दौरान ये बातें कहीं.

बोलते समय संयम बरतना जरूरी है

उन्होंने कहा कि एक मंत्री के रूप में हमें एक निश्चित भूमिका निभानी होती है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने एक बार कहीं इसका उल्लेख किया था कि एक मंत्री के रूप में हमें राज धर्म यानी शासक के कर्तव्य का पालन करना होता है.

इसलिए हमें अपनी व्यक्तिगत राय, पसंद और नापसंद को अलग रखना चाहिए. हमने संविधान की शपथ ली है और संविधान ने हमें किसी भी शख्स के साथ अन्याय न करने की जिम्मेदारी दी है.

उन्होंने कहा कि मंत्रियों को बोलते समय संयम बरतना चाहिए. अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित करते हुए उन्हें इस पर गौर जरूर करना चाहिए कि उनके बयान की वजह से समाज में दुश्मनी पैदा न हो. कभी-कभी कुछ युवा मंत्री टिप्पणी कर देते हैं. मैं ऐसे मौकों पर उनसे बात करता हूं और उन्हें बताता हूं कि आप एक मंत्री हैं और आपको संयम बरतने की जरूरत है.

सीएम फडणवीस के गृह क्षेत्र नागपुर में हिंसा की घटना सामने आई. छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने औरंगजेब का पुलता फूंका और चादर जलाई. सीएम फडणवीस ने विधानसभआ में कहा कि जलाई गई चादर पर कुरान की आयत नहीं थी. आयत को लेकर अफवाह फैलाई गई.

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