रायगढ़ में एक एनजीओ संचालक ने नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र सौंपते हुए 11 लोगों से 44 लाख 20 हजार की ठगी करने का मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत के बाद चक्रधर नगर पुलिस ने अपराध दर्ज कर मामले को जांच में ले लिया है। चक्रधर नगर थाना में उत्तम कुमार प्रधान ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया की वह अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद शासकीय नौकरी के लिए प्रयासरत् था। इसी बीच उसकी मुलाकात ग्राम डुमरपाली निवासी रंजीत कुमार चैहान जो की वर्तमान में असीम कृपा फाउंडेशन (एन.जी.ओ.) का संचालक है उससे हुई। पीड़ित ने अपने रिपोर्ट में बताया है की रंजीत उसे बोला की वह शासकीय संस्थानों में अच्छी पकड रखता है तथा आसानी से नौकरी लगवा सकता है। पीड़ित ने बताया की रंजीत एनजीओ संचालक होने के साथ साथ एक पत्रकार होने की वजह से वह उसकी बात में आ गया।
पीड़ित ने बताया की वर्ष 2022 में रंजीत चैहान ने छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक में कार्यालय सहायक के कई पद रिक्त होना बताते हुए उससे कहा कि यदि उसे 10 लाख रुपये देगा तो वह मंत्रालय से सेटिंग कर नजदीक में उसकी नौकरी लगवा सकता है। पीड़ित ने बताया की वह उसकी बातों में आ कर पहले अपने बैंक ऑफ बडोदा के खाता क्र. 29250100016434 जो उसके मोबा. नं. 9131980827 से जुड़ा हुआ है उससे रंजीत कुमार चैहान के बैंक खाता से जुडे हुए मोबाइल नंबर 7389238338 में यूपीआई के माध्यम से 910844 रुपये ट्रांजेक्शन किया है।
पीड़ित ने बताया की उसे नौकरी लगने का पूर्ण विश्वास था इसलिए वह अपने कुछ परिचितों से इस संबंध में चर्चा भी किया था। जिसके बाद वे लोग भी ग्रामीण बैंक में नौकरी लगवाने के लिए रंजीत चैहान से मिले। इस दौरान रंजीत ने उनसे मंत्रालय में पैसा देने के लिए मांग किया। इस दौरान छत्रपाल पटेल निवासी खोरसिया थाना उभरा जिला सक्ति, कर्णकार कुमार पता बापूनगर रायगढ़, बसंत सारथी जगतपुर, राजू कश्यप कैदीमुड़ा, बलराम बेहरा पता जुर्गा, सागरिका त्रिपाठी भगवानपुर, तरूण कुमार गुप्ता विश्वनाथपाली, प्रवीण केसरवानी रामभांटा, गजानन पटेल भिखमपुरा जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़, पूजा यादव ढिमरापुर रायगढ़ जो मेरे परिचित के हैं नौकरी के बदले पैसा देने के लिए तैयार हो गये।
उत्तम कुमार प्रधान ने बताया कि रंजीत उससे कहा कि सब लोग अलग-अलग पैसा दोगे तो हिसाब लगाना मुश्किल होगा क्योंकि उसके खाते में अलग-अलग जगहों से पैसा आते रहता है आप लोग किसी एक खाते से पूरा पैसा भेज दो तब इन सभी 10 लोगों ने मेरे बैंक खाता में यूपीआई व सीधा बैंक के माध्यम से अलग-अलग तिथियों में मुझे दिया है, मैंने उन पैसों को यूपीआई के माध्यम से 22 अपै्रल 2022 से 26 जुलाई के बीच रंजीत चैहान के मोबाईल नंबर 7389238338 में मैंने मेरा पैसा भी मिला के कुल 44 लाख 20 हजार रुपये स्थानांतरित किया था।
पीड़ित ने यह भी बताया कि रंजीत चैहान ने एक प्रस्ताव सह नियुक्ति पत्र जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक लिखा हुआ है तथा महाप्रबंधक प्रशासन से हस्ताक्षरित है, 25 जून 2022 को दिया व माह नम्बर में ज्वाइन करना है बताया। नवम्बर माह में उसे लोईंग ग्रामीण बैंक में ले जाकर वहां के मैनेजर से मिलवाया और उसे बताया गया कि यहां उसका ट्रेनिग होगा वहां कुछ दिन तक बैंक का काम देखता, सीखता रहा इसी प्रकार छत्रपाल पटेल पुसौर के ग्रामीण बैंक, बसंत सारथी को गढउमारिया ग्रामीण बैंक, कर्णकार कुमार को जामगांव ग्रामीण बैंक ले जाकर रंजीत कुमार ट्रेनिंग कराता रहा। लेकिन उनकी किसी भी बैंक में ज्वाईनिंग नहीं हुई।
पीड़ित ने बताया कि उन लोगों से कहा गया कि बहुत जल्द ट्रेनिंग होने वाला है अगस्त 2023 में उसने हमें एक लेटर दिया जिसमे कुछ लोगों को छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक के असिस्टेंट जनरल मैनेजर की ओर से जारी लेटर में बैंक के मुख्यालय रायपुर में हमें 22 अगस्त को उपस्थित होने के लिए निर्देशित किया गया था मैं व बसंत व करण तीनों रायपुर के बैंक मुख्यालय पहुंचने पर हमें जानकारी हुआ कि इस तरह का कोई भी पत्र इस कार्यालय से जारी नहीं किया गया है और जारी किये गये पत्र को नकली बताया गया। साथ ही साथ कहा गया कि आप लोग ठगी का शिकार हो गये हो।
उत्तम कुमार प्रधान ने रिपोर्ट में बताया कि जिन-जिन लोगों ने रंजीत चैहान को नौकरी लगवाने के लिए पैसा दिया था सबको उसने बताया था रंजीत से सारा पैसा वापस मांगा वह आजकल करते हुए टालता रहा पैसे के बदले अलग-अलग तिथियों में 44 लाख 20 हजार, 50 हजार 5 लाख, 7 लाख के अलावा 3 लाख 50 हजार रूपये का चेक दिया था परन्तु सभी चेक बाउंस हो गये हैं। पीड़ित ने बताया कि रंजीत चैहान की शुरू से ही मंशा हम पीड़ितों से पैसा ठगने की थी जिसका वह उपभोग कर चुका है पैसा वापस नहीं कर रहा है। बहरहाल पीड़ित ने कल चक्रधर नगर थाना पहुंचकर उक्त मामले की रिपोर्ट लिखाई है जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में रंजीत चैहान के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध दर्ज कर मामले को जांच में ले लिया है।