गोंडा में नकली नोट फैक्ट्री का भंडाफोड़, पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ा ‘छपाई गिरोह

गोंडा : नवाबगंज थाना पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए नकली करेंसी बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस अधीक्षक गोंडा श्री विनीत जायसवाल के निर्देशन और अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी श्री राधेश्याम राय व क्षेत्राधिकारी तरबगंज श्री उमेश्वर प्रभात सिंह के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान के तहत थाना नवाबगंज पुलिस ने दो शातिर जालसाजों को धर दबोचा.गिरोह के कब्जे से भारी मात्रा में नकली नोट, छपाई सामग्री और उपकरण बरामद किए गए हैं.

 

गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान अर्जुन गोस्वामी निवासी कम्हरौरा, करनैलगंज और विश्वनाथ सिंह निवासी तुलसीपुर मांझा, नवाबगंज के रूप में हुई है.इन दोनों अपराधियों को पुलिस ने उस समय रंगे हाथों पकड़ा जब वे नवाबगंज कस्बे के बढ़ईपुरवा मोहल्ले में किराए के मकान में नकली नोट बना रहे थे। अर्जुन की निशानदेही पर अयोध्या के रामहाल्ट स्टेशन के पास एक निर्माणाधीन मकान से विश्वनाथ सिंह को गिरफ्तार किया गया.

 

पूरे ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने ₹100, ₹200 और ₹500 के नकली नोटों की छपी हुई चादरें, नोट बनाने की मशीनें, सांचे, प्रिंटर, रसायन, चमकीली पन्नियां, यूएसबी, लैपटॉप, थिनर और कई अन्य सामग्री बरामद की है। पुलिस के अनुसार बरामद नकली नोटों का कुल मूल्य ₹3200 है, जबकि छपाई की प्रक्रिया में और भी बड़े घोटाले की संभावनाएं थीं.

पूछताछ में अभियुक्तों ने खुलासा किया कि वे कई वर्षों से इस गोरखधंधे में लिप्त हैं.ये लोग ऑनलाइन माध्यम से तकनीक सीखकर नकली नोट तैयार करते थे और ग्रामीण क्षेत्रों में कम पढ़े-लिखे दुकानदारों को असली के रूप में खपा देते थे। अर्जुन इस गिरोह का मास्टरमाइंड है, जबकि विश्वनाथ तकनीकी सपोर्ट के साथ-साथ वितरण में भी सक्रिय भूमिका निभाता था.

इस सराहनीय कार्रवाई पर पुलिस अधीक्षक महोदय ने नवाबगंज पुलिस टीम को ₹25,000 नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया है. जांच जारी है, पुलिस को गिरोह से जुड़े और लोगों की तलाश है.

 

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