रोहतक पीजीआईएमएस में शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे उस समय हड़कंप मच गया जब एक युवक ओपीडी में डॉक्टर बनकर मरीजों का इलाज करता पकड़ा गया. युवक के हाव-भाव और बातों से सिक्योरिटी गार्ड को शक हुआ. जब उससे आईकार्ड मांगा गया तो वह दिखा नहीं पाया.
आरोपी युवक की पहचान सोनीपत जिले के निजामपुर माजरा निवासी साद के रूप में हुई है. पूछताछ में साद ने बताया कि वह अपने दोस्त डॉक्टर कृष्ण गहलावत की जगह पीजीआई में इलाज करने आया था. कृष्ण गहलावत पीजीआई में इंटर्नशिप कर रहे हैं.
पीजीआईएमएस में पकड़ा गया फर्जी डॉक्टर
साद ने गले में स्टेथोस्कोप और डॉक्टर का एप्रन पहन रखा था. सिक्योरिटी द्वारा पकड़े जाने के बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया. पूछताछ में सामने आया कि साद सिर्फ 12वीं पास है और उसने एक साल का पेशेंट केयर असिस्टेंट का डिप्लोमा किया है.
आरोपी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें वह ट्रामा सेंटर में भी मरीजों का इलाज करता दिख रहा है. इससे अंदेशा है कि वह पहले भी फर्जी तरीके से मरीजों का इलाज कर चुका है.
पुलिस ने आरोपी और इंटर्न डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज किया
पीजीआई थाना प्रभारी रोशनलाल ने बताया कि आरोपी के खिलाफ और इंटर्न डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. साद को अदालत में पेश किया जाएगा. पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है.