फर्जी फ्लाइट, असली ठगी… दो साल से फरार दिल्ली का ट्रैवल एजेंट कसोल में पकड़ा गया 

धोखाधड़ी के एक मामले में दो साल से फरार चल रहे एक ट्रैवल एजेंट को हिमाचल प्रदेश के कसोल से गिरफ्तार कर लिया गया है. दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को इस गिरफ्तारी की जानकारी दी है. गिरफ्तार आरोपी सागर वशिष्ठ (32) 2023 के एक मामले में वांछित था. उसने एक व्यक्ति से अंतरराष्ट्रीय उड़ान टिकट बुकिंग के नाम पर 18 लाख रुपए की ठगी की थी.

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एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, आरोपी सागर वशिष्ठ को 18 मई को कसोल स्थित एक छात्रावास से पकड़ा गया. वह बीते महीनों में गोवा, नासिक, देहरादून, वाराणसी और हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर बार-बार ठिकाना बदलते हुए गिरफ्तारी से बच रहा था. यह मामला फरवरी 2023 में सामने आया था, जब शिकायतकर्ता नीलेश मित्रा ने शिकायत दर्ज कराई.

उनकी शिकायत के अनुसार, सागर वशिष्ठ ने कनाडा के लिए 18 लाख रुपए में वापसी योग्य फ्लाइट टिकट बुक करने का वादा किया था. कई बार टिकट रद्द करने और झूठे आश्वासनों के बाद आरोपी ने मात्र 75 हजार रुपए ही वापस किए. जांच में यह भी सामने आया कि उसने टिकट बुकिंग के लिए फर्जी ईमेल आईडी और अनधिकृत संचार माध्यमों का इस्तेमाल किया था

इस मामले में उसकी गिरफ्तारी के बाद उसे सशर्त जमानत मिली थी, लेकिन वो बाद में दिल्ली की द्वारका कोर्ट में पेश होना बंद कर दिया था. इसके बाद 13 जनवरी को उसे अदालत द्वारा भगोड़ा अपराधी घोषित कर दिया गया. राजेंद्र नगर निवासी सागर वशिष्ठ ने आईपी यूनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री प्राप्त की है. वो एक बैंक में सेल्समैन के तौर पर कार्यरत था.

उसने गाजियाबाद में अपनी ट्रैवल एजेंसी शुरू की थी. इसे कई राज्यों से संचालित करता था. पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने जानबूझकर टिकट बुकिंग घोटाला किया और अदालत की कार्यवाही से बचता रहा. पुलिस ने यह भी पुष्टि की है कि आरोपी का पहले से आपराधिक इतिहास रहा है. साल 2013 में आनंद विहार थाने में छेड़छाड़ का केस दर्ज किया गया था.

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