यूपी के प्रयागराज में नकली नोट छापने वाले गैंग का पर्दाफाश हुआ है. ये नकली नोट अतरसुइया इलाके के मदरसे में छापे जा रहे थे. पुलिस ने छापा मारकर चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. इसमें मदरसे का कार्यवाहक प्रिसिंपल भी शामिल है. पुलिस ने इनके पास से 1 लाख 30 हजार रुपये के नकली नोट, अर्धनिर्मित करेंसी और प्रिंटर आदि सामान बरामद किया है. ये गैंग 15 हजार लेकर 45 हजार की फेक करेंसी देता था.
प्रयागराज की सिविल लाइंस पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में मदरसे का कार्यवाहक प्रिंसिपल मौलवी मोहम्मद तफ़सीरुल आरीफीन के अलावा मोहम्मद अफजल, मोहम्मद साहिद और मास्टर माइंड जाहिर ख़ान उर्फ अब्दुल जाहिर शामिल है. फिलहाल, इनके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
मामले में डीसीपी सिटी दीपक भूकर ने नकली नोट बनाने वाले गैंग का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपये इनाम की घोषणा की है. उन्होंने बताया कि खुफिया इनपुट के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की थी. मौके से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से नकली नोट और नकली नोट बनाने का सामान बरामद हुआ है. अग्रिम विधिक कार्यवाही प्रचलित है.
दरअसल, शहर के अतरसुइया इलाके में मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिद ए आजम नाम से एक मदरसा है. इसी मदरसे के कार्यवाहक प्रिंसिपल मो. तफसीरुल ने अभियुक्तों को एक कमरा रहने के लिए दिया था. उसी कमरे में नकली नोटों की छपाई की जा रही थी. खास बात यह थी कि सिर्फ 100 रुपये के ही नोट छापे जा रहे थे. ताकि इन नोटों को आसानी से बाजार में खपाया जा सके.
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने चार आरोपियों को मौके से गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, 3 महीने से नकली नोट छापने और खपाने का काम चल रहा था. मामले में सिविल लाइन थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 178,179, 180 181 182 (1)के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. फिलहाल, चारों को जेल भेज दिया गया है. बाकियों की तलाश हो रही है.