शराब में झूठी दोस्ती, फिर रोड पर मौत! डोंगरगढ़ हत्याकांड में तीन आरोपी गिरफ्तार

डोंगरगढ़ : बीते 6 जून को जिले के बोरतलाव थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्राम बगरे कस के जंगल के रास्ते में एक अज्ञात शव मिलने की सूचना पुलिस को मिली थी जिस पर पुलिस ने अज्ञात व की पहचान सूरज सेन पिता कृत लाल निवासी सहसपुर दल्ली के रूप में की , जिसकी किसी भरी वस्तु से वार कर हत्या करने की जानकारी मिली थी जिसके बाद बोरतलाव पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी.

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वही इस मामले के विवेचना के दौरान 8 जून को थाना बागनदी क्षेत्र अंतर्गत सीतागोटा बोईरटोला मार्ग पल के नीचे फिर एक लाश जो की तीन से चार दिन पुरानी सदी गली अवस्था में मिली थी जिसकी पहचान मिंटू वर्मा निवासी सहसपुर दल्ली के रूप में हुई थी और पीएम रिपोर्ट के अनुसार मृतक की हत्या भारी वास्तु के वार से होने की जानकारी मिली थी जिस पर बागनदी पुलिस ने अज्ञात आरोपी के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच शुरू की.

 

दोनों ही मामलों की विवेचना के दौरान दोनों मृतकों का आपस में संबंध होना और परिस्थिति जन्य सबूत के अनुसार मामले को गंभीर पाया गया जिस पर पुलिस अधीक्षक के दिशा निर्देश अनुसार टीम गठित कर हत्या के आरोपियों की पता तलाशी शुरू की गई. पता साजी के दौरान आरोपियों की पहचान खिलावन वर्मा निवासी बिछीटोला, अजहर खान उर्फ विक्की व इकबाल खान के रूप में हुई जिन्हें पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की.

 

पूछताछ के दौरान खिलावन वर्मा ने बताया कि मृतक आलोक वर्मा उर्फ मिंटू के द्वारा वर्ष 2016 में उसके 9 वर्षीय भतीजे जितेंद्र वर्मा की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी हत्या के प्रकरण में मृतक आलोक उर्फ मिंटू जेल में रहकर 2 वर्ष पहले छूट कर आया था जो कि अपने पैतृक जमीन को बेचकर ग्राम सहसपुर में रह रहा था जेल से छूटने के बाद वह डोंगरगढ़ की तरफ घूमने जाकर आरोपी खिलावन को देखकर चिढ़ाने की हरकत करता था.

 

जिससे गुस्से में आकर खिलावन ने अपने अन्य दो साथियों के साथ योजनाबद्ध तरीके से उनकी हत्या कर दी। योजना के अनुसार 5 जून को आरोपी खिलावन अपनी कर से अपने साथी अजहर और इकबाल को बैठक सहसपुर गया और मृतक आलोक को किसी बहाने से अपने पास बुलाया साथ ही उसका साथ ही सूरज सेन भी आलोक के साथ आरोपियों के पास पहुंचा आरोपियों के द्वारा दोनों को कर में बैठकर खैरागढ़ की तरफ शराब भट्टी में जाकर शराब लिया गया और सभी कर में ही बैठकर तीन आरोपी अजहर खिलावन इकबाल एक राय होकर राड से आलोक एवं सूरज की हत्या कर मृतक आलोक एवं घायल सूरज को आरोपियों के द्वारा कर में भरकर मोबाइल को बंद कर चलती कर में फेंक दिया गया.

 

उसके बाद सीतागोटा बोईरटोला के बीच रास्ते में पुलिया के नीचे में आलोक वर्मा के शव को पुनः पत्थर से मारकर चोट पहुंचाकर तीनों आरोपियों के द्वारा छिपा दिया गया। उसके बाद रात में ही घायल सूरज को लेकर बगरे काश होते हुए चटरा जंगल में रोड में सूरज को कर से नीचे उतरकर उसके सर को लोहे के रोड से मारकर उसको कर से सर के बल पक्की रोड में पटक दिया गया.

 

और चेहरा में पत्थर पटक कर हत्या कर दिया. घटना के बाद आरोपियों के द्वारा पहने हुए अपने खून लगे हुए कपड़े को भेजराटोला तालाब के तालाब के पास जला दिया गया.घटना के बाद 6 जून को सुबह आरोपी खिलावन के द्वारा अपने साथी अजहर और विक्की को कुछ पैसे डेकर ट्रेन में बैठाकर अजमेर राजस्थान भेज दिया गया जो की अजमेर से वापस डोंगरगढ़ आकर लुकछिप रहे थे जिसे घेराबंदी कर पुलिस ने पकड़ने में कामयाबी हासिल की है.आरोपियों के द्वारा अपना जुर्म स्वीकार कर लिया गया है जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमांड पर पेश किया है.

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