महू। महू तहसील के किशनगंज पुलिस ने फर्जी लूट की कहानी का पर्दाफाश करते हुए एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। फरियादी ने अपने दोस्त को उधारी चुकाने के लिए कलेक्शन के रुपये रख लिए और लूट की कहानी बनाकर पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने जांच कर मामले का खुलासा किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अुनसार 7 जून देर रात फरियादी रविंद्र पुत्र प्रकाश विश्वकर्मा (24) निवासी ग्राम देवगढ़ थाना हाटपिपल्या जिला देवास अपनी फायनेंस कंपनी हिंदूस्तान माइक्रो फाईनेंस के अधिकारियों के साथ थाने पर पहुंचा। उसने बताया कि मैं कंपनी में राऊ का कलेक्शन एजेंट हूं।
7 जून को सुबह 8 बजे मैं अपनी मोटर सायकल से महू, सिमरोल कोदरिया में कलेक्शन के लिए गया था। दिनभर 61 हजार रुपये का कलेक्शन कर अपने बैग में रखा था। रात 10 बजे रुपये लेकर राऊ कंपनी जा रहा था। इसी दौरान वल्लभा गार्डन पर फोन पर बात करने लगा। तभी दो बदमाश आए और मुझसे मेरा बैग छीनकर ले गए। इस दौरान मेरी टीशर्ट भी फट गई। इस पर पुलिस ने जांच शुरू की।
पुलिस टीम ने घटना स्थल व आसपास के सभी सीसीटीवी फुटेज चेक किए। इस दौरान फरियादी बार-बार घटना का स्थान बदलने की बात कहने लगा। साथ ही टीशर्ट फटने की बात कहने लगा। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में बारिकी से जांच की जिसमें घटना के समय पर टीशर्ट फटी नहीं दिखाई दी।
साथ ही कोई लूट की घटना भी नहीं होने की बात पता चली। इसके बाद फरियादी के कथन लिए गए जिसमें बार-बार कथन बदल रहा था। पुलिस ने शंका के आधार पर फरियादी रविंद्र से सख्ती से पूछताछ की। जिसमें उसने बताया कि मुझे रुपयों की आवश्यकता थी इसलिए कलेक्शन के रुपये रख लिए और लूट की झूठी कहानी बनाई।
रविंद्र ने बैग को वल्लभा गार्डन के आगे खंडहर में फेंक दिया। जिसे पुलिस ने जब्त किया। लूट की झूठी कहानी बनाने के कारण पर बताया कि उसे अपने दोस्त को उधारी चुकाने के लिए यह कहानी बनाई। उक्त कार्यवाही में निरीक्षक कुलदीप खत्री, सउनि कुंवर सिंह बर्डे, प्रआर अनिल अहिरवार, आर गोपाल राजावत, आर रवि तिवारी सायबर सेल महू का सराहनीय योगदान रहा।