चोरों की फैमिली फ्रेंचाइज़ी! रिश्तेदार मिलकर बनाते थे गिरोह, एक रात में करते थे कई वारदातें

उदयपुर : गोवर्धनविलास पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए अंतर्राज्यीय नकबजन गैंग का पर्दाफाश किया है. जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल  के निर्देशानुसार गठित एक विशेष पुलिस टीम ने गुजरात की ‘सिकलीगर गैंग’ के तीन शातिर अभियुक्तों – लखन सिंह सिकलीगर, शेट्टी सिंह सिकलीगर और रोबिन सिंह सिकलीगर को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी का माल और वारदात में प्रयुक्त एक आई-20 कार बरामद की है.

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यह कार्रवाई थाना गोवर्धनविलास में दर्ज प्रकरण संख्या 89/25 के तहत की गई, जो 05 मार्च 2025 को सुशील कुमार भटनागर के सूने मकान में हुई चोरी से संबंधित था. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) गोपाल स्वरूप मेवाडा के सुपरविजन और वृताधिकारी गिर्वा सूर्यवीर सिंह राठौड के निर्देशन में, थानाधिकारी दिलीप सिंह झाला पु.नि. के नेतृत्व में गठित टीम ने सटीक आसूचना तंत्र, गहन तकनीकी विश्लेषण और परंपरागत पुलिसिंग का सहारा लिया.

 

पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच की, टोल नाकों के रिकॉर्ड का विश्लेषण किया और मोबाइल टॉवर के डंप डेटा को खंगाला. इससे वारदात का तरीका गुजरात की सिकलीगर गैंग से संबंधित पाया गया. इसके बाद एक विशेष टीम गुजरात रवाना की गई, जिसने संदिग्धों को डिटेन कर पूछताछ की. कड़ी पूछताछ में तीनों अभियुक्तों ने सेक्टर 14 की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया.

 

गिरफ्तार अभियुक्तों ने राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, दिल्ली और महाराष्ट्र राज्यों में 30 से अधिक नकबजनी की वारदातों को अंजाम देना कबूल किया है, जिसमें डूंगरपुर शहर की दो, थाना गोवर्धनविलास की एक और थाना ऋषभदेव सर्कल की एक वारदात शामिल है.

 

वारदात का तरीका: ये अभियुक्त आपस में रिश्तेदार हैं और एक गिरोह बनाकर विभिन्न शहरों में कार से जाते हैं। ताला-चाबी ठीक करने के बहाने ये घनी आबादी वाले इलाकों में पैदल या चोरी की बाइक से घूमकर सूने मकानों की रेकी करते हैं। अधिकांशतः रात के समय नकाब पहनकर सूने मकानों में चोरी करते हैं.

 

ये शातिर अपराधी घटनास्थल के आसपास अपना मोबाइल फोन बंद रखते हैं और एक ही रात में 5-6 सूने मकानों को निशाना बनाते हैं. टोल नाकों से बचने के लिए ये घटना से पहले और बाद में वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करते हैं.

 

गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम और पते हैं: रोबिन सिंह (23) निवासी बासंडवाडा, डूंगरपुर; शेट्टी सिंह (32) निवासी रामेश्वर सोसायटी, देहगाह, गांधीनगर (हाल मण्डार, सिरोही); और लाखन सिंह (32) निवासी शिवनगर बरवाडिया रोड, वडगाम, पालनपुर. शेट्टी सिंह के खिलाफ नकबजनी का एक और लाखन सिंह के खिलाफ चोरी/नकबजनी के पांच अन्य प्रकरण दर्ज हैं.

 

इस सफल कार्रवाई में गोवर्धनविलास पुलिस टीम के धर्मवीर सिंह, मनोहर सिंह, देवेन्द्र पुरी, कालू लाल (सभी सउनि), दिनेश सिंह, सुरेन्द्र सिंह, दिनेश कुमार, अंकित सिंह (सभी कानि) और साइबर सैल के लोकेश रायकवाल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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