उत्तर प्रदेश के आगरा में छह महीने एक लड़की की मौत का मामला एक बार फिर से गर्म हो गया है. लड़की के प्रेमी ने उसके भाई और पिता पर हत्या का आरोप लगाते हुए कोर्ट में इस्थगासा दाखिल किया है. आरोप लगाया है कि पहले उसकी प्रेमिका को जहर दिया गया और फिर गला घोंट कर उसकी हत्या की गई. कहा कि उसकी प्रेमिका के पिता पुलिस में हैं, इसलिए उन्होंने ना केवल जल्दबाजी में बिना पोस्टमार्टम कराए शव का अंतिम संस्कार करा दिया, बल्कि अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर मामले की जांच भी नहीं होने दी.
इस मामले में कोर्ट ने आगरा के ट्रांस यमुना थाना प्रभारी को मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच करने को कहा है. पीड़ित प्रेमी ने बताया कि पुलिस के खूब चक्कर काटने के बाद आखिरकार उसने कोर्ट की शरण ली. इसके बाद आगरा के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अचल प्रताप सिंह ने अर्जी पर सुनवाई करते हुए मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं. बेलनगंज आगरा के रहने युवक रामराजा ने अपने इस्थगासा में बताया कि उसकी प्रेमिका पीएचडी की पढ़ाई कर रही थी. दोनों एक ही जाति के थे और जल्द ही शादी करने वाले थे.
11 अप्रैल 2024 की है घटना
इसकी जानकारी होने पर लड़की के परिवार वाले अवरोध पैदा करने लगे. जब उसकी प्रेमिका ने परिजनों के खिलाफ जाने का फैसला किया तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट करते हुए मोबाइल व लैपटॉप छीन लिया. यही नहीं, जबरन उसकी शादी किसी अन्य से तय कर दी. 11 अप्रैल 2024 को उसकी गोद भराई की तारीख भी फाइनल कर दी गई. आरोप है कि उसी दिन अचानक उसकी प्रेमिका की तबीयत खराब हो गई और उसे ट्रांस यमुना स्थित कृष्णा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
आपत्ति करने पर हुई थी मारपीट
रामराजा के मुताबिक उसकी प्रेमिका ने अस्पताल जाने से पहले अपनी खिड़की से एक कागज बाहर गिरा दिया था. इसपर लिखा था कि उसकी जबरदस्ती शादी कराई जा रही है. पीड़ित ने बताया कि जब वह प्रेमिका की मौत की खबर पर उसके घर पहुंचे, उस समय आरोपी जल्दबाजी में उसका अंतिम संस्कार करने की कोशिश कर रहे थे. उसने आपत्ति की तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट भी की. इस संबंध में उसने पुलिस में शिकायत भी दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.