दौसा: जिले के महुआ विधानसभा क्षेत्र के माया देवी अस्पताल के बाहर महिला का शव रखकर प्रदर्शन जारी है परिजन लगातार मुआवजे की मांग सहित अस्पताल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही बरतने आरोप लगाकर प्रदर्शन कर रहे हैं. असल में 1 अक्टूबर 2024 को दौसा के महुआ में मंडावर रोड पर स्थित माया देवी अस्पताल में महिला विनीता जाटव को प्रसव के लिए भर्ती कराया गया था. डिलीवरी में क्रिटिकल स्थिति के अंदर ब्लीडिंग अधिक होने के कारण ब्लड बैंक से ब्लड चढ़ाया गया.
जिससे रिएक्शन हुआ था. महिला को इन्फेक्शन होने के चलते तबीयत बिगड़ी थी महिला का जयपुर के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा था. मिली जानकारी के अनुसार महिला का इलाज महात्मा गांधी अस्पताल करवाया गया था. महिला को आराम नहीं मिलने के के कारण जयपुर के ही मालवीय नगर स्थित आईसीसी अस्पताल में भर्ती कराया वहां आराम तो मिला लेकिन पैसे नहीं होने के कारण महिला को जयपुर स्थित दिल्ली रोड निम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया.
काफी लंबा इलाज चलने के बाद 1 अगस्त 2025 को महिला ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया जिस पर परिजनों महिला का शव लेकर महुआ आए और माया देवी अस्पताल के बाहर डेड बॉडी रखकर पिछले करीब 10 घंटों से शव को रखकर प्रदर्शन कर रहे है. मृतका विनीता जाटव मौसम पट्टी पुलिस थाना बालाहेडी की निवासी हैं. मौके पर महुवा थाना पुलिस भी मौजूद है और समझाइश की कोशिश जारी है. लेकिन ग्रामीण मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
माया देवी अस्पताल के डॉक्टर विपिन बंसल का कहना है कि विनीता महिला नामक महिला को 1 अक्टूबर 2024 को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां पर महिला की डिलीवरी करवाई गई थी महिला की डिलीवरी के दौरान अधिक ब्लीडिंग होने के कारण तबीयत बिगड़ी थी जिस पर ब्लड बैंक से ब्लड मंगवा कर चढ़ाया गया था. उससे इंफेक्शन हो गया जिसके बाद महिला का लंबे वक्त से जयपुर के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज जारी था अब महिला के परिजन अस्पताल के बाद शव रख कर प्रदर्शन कर रहे हैं विनीता के परिजनों ने 60 लाख रुपए की राशि के मुआवजा की मांग रखी हैं.