एमपी के जबलपुर में एक तांत्रिक की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां झाड़फूंक के दौरान एक तांत्रिक पर महिला से छेड़खानी करने का आरोप लगा था. महिला के परिजनों ने तांत्रिक की हत्या कर उसकी लाश को जबलपुर से करीब 45 किलोमीटर दूर चरगवां के पास जबलपुर और नरसिंहपुर सीमा पर स्थित सनेर नदी में फेंक दिया. इस घटना का खुलासा 23 दिन बाद हुआ है. इसके बाद अब पुलिस एसडीआरएफ की टीम की मदद से नदी में तांत्रिक के शव और हत्या में इस्तेमाल हथियार की तलाश की जा रही है.
एडिशनल एसपी क्राइम ब्रांच समर वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतक तांत्रिक हलधर पटेल पर झाड़फूंक के दौरान महिला से छेड़खानी का आरोप लगा था जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई. इस घटना में महिला के पति राजा विश्वकर्मा, उसके नाबालिक बेटे और एक अन्य साथी आशीष सोनी के साथ दो महिलाएं भी शामिल थीं. 20 जुलाई को हलधर को दोबारा गोटेगांव के पास झाड़फूंक तंत्र-मंत्र करने के नाम पर ले जाया गया. यहां चरगवां के पास सनेर नदी में चाकू से हमला कर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई और लाश सहित हथियार को नदी में फेंक दिया गया. घटना को अंजाम देने के बाद लोग अपने घर वापस आ गए.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
तांत्रिक ने महिला से की थी छेड़खानी
दरअसल कुछ दिनों पहले मृतक तांत्रिक को संजीवनी नगर थाना क्षेत्र के बाले विश्वकर्मा परिवार ने झाड़फूंक और तंत्र मंत्र के लिए बुलाया था. यहां तांत्रिक ने कहा कि झाड़फूंक के दौरान कोई भी व्यक्ति वहां मौजूद न रहे. इसी बात का फायदा उठाते हुए झाड़फूंक के दौरान तांत्रिक हलधर पटेल ने महिला से छेड़खानी की. तांत्रिक के जाने के बाद महिला ने यह पूरी बात अपने पति से बताई जिससे आक्रोशित महिला के पति ने तांत्रिक को झाड़फूंक करने के लिए दोबारा बुलाया और अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद, शव को नरसिंहपुर जिले के सीमा पास एक नदी में फेंक दिया गया जिसके चलते शव की तलाश में पुलिस को कठिनाई का सामना करना पड़ा.
अब तक नहीं मिली लाश
पुलिस ने एसडीआरएफ की टीम को शव की तलाश के लिए लगाया है, लेकिन नदी के तेज बहाव के कारण इस काम में कठिनाई आ रही है. संजीवनी नगर पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है और अब तक की जांच में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह मामला तंत्र-मंत्र और अंधविश्वास के नाम पर की गई हिंसा का एक गंभीर उदाहरण है. पुलिस प्रशासन ने घटनास्थल की जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है, ताकि इस तरह के अमानवीय कृत्यों को रोका जा सके और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके.