श्योपुर : कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा ने पराली की मुहिम को आगे बढाते हुए कहा कि किसान पराली प्रबंधन में उपयोगी कृषि उपकरण खरीदने के लिए जागरूक हो रहे है, जिसके चलते एक दम से जिले में सुपर सीडर और अन्य कृषि यंत्र की खरीदी बढ गई है, बडी-बडी कंपनियां भी अब श्योपुर जिले में सुपर सीडर और बेलर को प्रमोट कर रही है, किसानों के सहयोग से जिला प्रशासन की पराली न जलाने की मुहिम को बल मिला है.
वे आज जॉनडीयर कंपनी द्वारा मोतीकुंज में आयोजित किसानों की कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे.इस अवसर पर जॉनडीयर के एरिया मैनेजर श्रीकांत भुवन, जोनल मैनेजर प्रमोद रिकी तथा आशीष मोटर्स के संचालक और पेलेटस एवं ब्रिकेटस उद्योग से जितेद्र मंगल एवं शिवम मूगिया तथा प्रगतिशील किसान उपस्थित थे.
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा ने कहा कि हमारे जिले का किसान बहुत जागरूक है और खेती किसानी में आगे है, जिले में 92 हजार से अधिक धान के रकबे में खेती होती है, यह कृषि प्रधान जिला है.किसान नई-नई टेक्नोलॉजी अपना रहे है, जिला प्रशासन द्वारा गत 2 माह से चलाई जा रही पराली न जलाने की मुहिम को अब किसानों का साथ मिल रहा है.
जिले में सुपर सीडर, बेलर जैसे यंत्रों की डिमांड बढी है, किसान भी चाहते है कि भूमि की उपजाऊ क्षमता बनी रहे और पराली प्रबंधन के साथ ही गेहूं का उत्पादन भी बढा सकेंगे। उन्होने कहा कि पराली की आग से जमीन की उर्वरा शक्ति कमजोर होती जा रही है, जिससे हर वर्ष यूरिया एवं अन्य खाद की आवश्यकता बढती जा रही है, इसलिए किसान अब पराली प्रबंधन की दिशा में कदम बढा रहे है.उन्होने कहा कि बेलर के माध्यम से पराली विक्रय कर 200 रूपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त आमदनी भी प्राप्त की जा सकती है, श्योपुर में 7 ऐसे प्लांट है, जो पराली से पेलेटस और ब्रिकेट बना रहे है.
इस अवसर पर कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा द्वारा गगनदीप सिंह निवासी जावदेश्वर को बेलर की चाबी सौपी गई, शासन की ओर से 3 लाख 65 हजार रूपये की कीमत वाले बेलर पर सरकार 50 फीसदी सबसिडी दे रही है, इसी प्रकार 2 लाख 77 हजार लागत के सुपर सीडर पर 40 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा द्वारा गत बुधवार को जॉनडीयर एवं टैफे जैसी बडी कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर पराली प्रबंधन में उपयोगी कृषि यंत्रो का प्रमोशन करने के निर्देश दिय गये थे.