जसवंतनगर : इन दिनों क्षेत्र में डीएपी खाद की मारा मारी चल रही है खाद के लिए किसान इधर-उधर भटक रहा है,किसी केंद्र पर खाद आने की खबर मिलते ही भारी भीड़ महिलाओं और पुरुषों की टूट पड़ती है. गुरुवार को क्रय विक्रय सहकारी समिति पर भी ऐसा ही हुआ किसान यूनियन के नेता भी वहां आ धमके. नेताओं ने जल्दी-जल्दी खाद बटवा कर हुल्लड़ बाजी को बंद कराया और बेचारे वास्तविक लाइन में लगे हुए किसान बिना खाद लिए मायूस होकर वापस लौट गये.
नगर की क्रय विक्रय सहकारी समिति पर मात्र 300 बोरी डीएपी खाद आई थी. यह पता चलते ही अलख सुबह से ही भारी भीड़ समिति के बाहर कार्यालय पर जमा हो गई. इस पर बिक्री केंद्र के जरिए प्रत्येक किसान को दो दो बोरी डी ए पी खाद वितरित की जाने लगी कुछ देर बाद किसान यूनियन के एक गुट की टीम वहां पहुंच गई .
और उसने पांच-पांच बोरी प्रति किसान वितरण करवाना शुरू कर दिया कुछ ही देर में सभी बोरियां बट गई और लाइन में लगे वास्तविक किसान बिना खाद लिए मायूस होकर वापस लौट गए। बिना खाद लिए घर वापस लौटे किसानो ने आरोप लगाया कि नेताओं ने हो हल्लाह करके अपने चाहतों को लाभ दिलाया है हम वास्तविक किसान लाइन में लगे हुए थे खाली हाथ वापस जा रहे हैं.
खाद बिक्री केंद्र पर भारी भीड़ को देखते हुए केंद्र प्रभारी ने पुलिस को भी बुला लिया था और पुलिस ने वहां भीड़ को नियंत्रित भी किया. सिटी इंचार्ज राजकुमार सिंह पुलिस बल के साथ खाद वितरण के समय वहां मौजूद रहे किसान यूनियन के नेताओं से उनकी कई बार नोकझोंक भी हुई.
पुलिस का कहना था कि दो-दो बोरी बांटी जाए जिससे अधिक किसानों को खाद मिल जाए लेकिन किसान यूनियन के नेता चाहते थे जल्दी खाद बट जाए और भीड़ वहां से जल्दी हटे. आखिरकार किसान यूनियन के नेताओं की ही चली किसान नेताओं के आगे पुलिस लाचार दिखी किसान नेताओं की मनमानी से दो दो बोरी की जगह पांच पांच खाद की बोरी ही वितरित की गई.