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अमेठी में खाद की किल्लत से किसान हलकान, कांग्रेस ने लगाया किसानों के साथ सौतेला व्यवहार का आरोप

Uttar Pradesh: अमेठी में खाद की किल्लत एक बार फिर राजनीतिक मुद्दा बनती जा रही है. अमेठी प्रसाशन जिले में खाद की उपलब्धता होने का लगातार दावा कर रहा है लेकिन हकीकत कुछ और है. खाद के लिए लोग खाद बिक्री केंद्रों के बाहर 24-24 घंटे से खड़े है, लेकिन उन्हें उनकी आवश्यकता के अनुसार खाद नही मिल पा रहा है. अब कांग्रेस ने खाद की किल्लत को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार पर अमेठी के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है.

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अमेठी सांसद किशोरी लाल शर्मा से क्षेत्र भ्रमण के दौरान 21 अक्टूबर को किसानो ने खाद की उपलब्धता कराने की मांग की थी और किसानों ने कहा था कि रवि की फसल बुआई में डी. ए.पी. न मिलने से किसानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जिसे गंभीरता से लेते हुए सांसद ने अमेठी जिलाधिकारी निशा अनन्त को पत्र लिखकर खाद की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की मांग की थी. पत्र लिखने के बावजूद जिले में खाद की किल्लत बनी हुई है और किसान खाद बिक्री केंद्रों के बाहर खड़े है. आलम ये है खाद की कुछ बोरिया आने पर पुलिस की मौजूदगी में किसानों को खाद बांटा जा रहा है.

जिला प्रवक्ता ने कहा

खाद की किल्लत को लेकर कांग्रेस के जिला प्रवक्ता अनिल सिंह ने कहा कि हमेशा की तरह खाद की रैक भी आई लेकिन भाजपा के कुछ बिचौलिया और दलाल खाद को कहीं बाहर अधिक दामों में बेचवा दे रहे है. इस किसान विरोधी बड़े घोटाले से अमेठी के किसानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. खाद उपलब्धता एवं वितरण से संबंधित इफको के जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी व सहकारी समितियों के सचिव अध्यक्ष सत्ताधारी लोगों के दबाव में है. समिति के सचिव काफी दबाव के कारण इस्तीफा भी दिया लेकिन अधिकारी दबाव में चुप हैं.

भाजपाइयों के इस करतूत से अमेठी के किसान और उनके परिजन सुबह चार बजे से खाद वितरण केंद्रों पर लाइन में खड़े को मजबूर है. यही है अमेठी भाजपा का असली चरित्र.
किसानों की इस बड़ी समस्या को लेकर किसान विरोधी सरकार के खिलाफ शीघ्र अमेठी जिला कांग्रेस कमेटी जल्द ही धरना प्रदर्शन करेगी.

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