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एमपी में किसानों को अभी नहीं मिलेगी राहत, आज भोपाल, इंदौर और उज्जैन सहित इन इलाकों में होगी भारी बारिश

वर्षा का सीजन (एक जून से 30 सितंबर) भले ही मंगलवार को समाप्त हो गया हो, लेकिन प्रदेश में मानसून अभी भी सक्रिय है। अक्टूबर की शुरुआत में भी वर्षा का सिलसिला थमने वाला नहीं है। मौसम विज्ञानियों ने बुधवार और गुरुवार को कई जिलों में बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं दशहरे के अवसर पर भी वर्षा का अनुमान है।

इन इलाकों में इतनी बारिश

मंगलवार को सुबह 8:30 से शाम 5:30 बजे तक बैतूल में 38, मलाजखंड में 28, दतिया में 16, ग्वालियर में 11, जबलपुर में पांच और भोपाल में 0.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। सीजन के अंतिम दिन मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक प्रदेश में कुल 1148.1 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी थी, जो सामान्य वर्षा 949.5 मिलीमीटर की तुलना में 21 प्रतिशत अधिक है।

पूर्वी मध्य प्रदेश में कुल 1219.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई, जो सामान्य 1043.4 मिलीमीटर से 17 प्रतिशत ज्यादा है। वहीं पश्चिमी मध्य प्रदेश में 1093 मिलीमीटर वर्षा हुई, जो सामान्य 877.3 मिलीमीटर की तुलना में 25 प्रतिशत अधिक है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, वर्तमान में कच्छ की खाड़ी और आसपास गहरा कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। बुधवार तक इसके आगे बढ़कर अरब सागर में अवदाब के क्षेत्र में बदलने की संभावना है। इस गहरे कम दबाव के क्षेत्र से लेकर मध्य प्रदेश के मध्य भाग तक एक द्रोणिका बनी हुई है। इसके अलावा, उत्तर-पश्चिमी राजस्थान तक भी द्रोणिका सक्रिय है। बुधवार को बंगाल की खाड़ी में भी एक और गहरा कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है, जो गुरुवार को अवदाब में तब्दील हो सकता है।

इन इलाकों में आज होगी बारिश

इन विभिन्न मौसम प्रणालियों के प्रभाव से प्रदेश में बारिश की संभावना बनी हुई है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अक्टूबर के पहले सप्ताह तक प्रदेश के कई स्थानों पर वर्षा का सिलसिला जारी रह सकता है। बुधवार को ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, शहडोल और जबलपुर संभाग के जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। वहीं भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर और उज्जैन संभाग में गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं हल्की वर्षा होने की संभावना है।

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