फतेहपुर: जिले के किशनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत रायपुर भसरौल गांव के जंगल में बुधवार को भैंस चरा रहे तीन चरवाहों की मिट्टी का टीला धंसने से मौत हो गई. हादसे के बाद गांव में मातम छा गया और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. जानकारी के अनुसार, रायपुर भसरौल के मजरा चंदवाइन डेरा निवासी 60 वर्षीय दुलारे पासवान, 65 वर्षीय शिवमोहन यादव और तरह मड़ौली गांव निवासी 55 वर्षीय रमेश निर्मल सुबह अपने-अपने मवेशियों को चराने जंगल की ओर गए थे.
दोपहर करीब चार बजे वे भैंसों को पानी पिलाने के लिए यमुना नदी के किनारे ले गए. इस दौरान तेज धूप से बचने के लिए तीनों एक मिट्टी के टीले की छांव में बैठ गए. अचानक टीला धंस गया और तीनों चरवाहे उसके मलबे में दब गए. हादसे को कुछ दूर बैठे एक अन्य चरवाहे ने देखा और शोर मचाकर ग्रामीणों को बुलाया. गांव के लोगों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर मलबा हटाने का प्रयास किया, लेकिन जब तक तीनों को बाहर निकाला गया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी.
सूचना मिलते ही किशनपुर थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. क्षेत्राधिकारी खागा बृजमोहन राय भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. किशनपुर थानाध्यक्ष दिवाकर सिंह ने पुष्टि की कि हादसे में तीन लोगों की मौत हुई है और उनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.