फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के असोथर थाना क्षेत्र के कुसुंभी गांव में एक भयावह घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है. पुरानी रंजिश के चलते प्रधानपति और उनके गुर्गों ने रामलीला देखने आए युवकों पर धारदार हथियारों से जानलेवा हमला किया. यह हमला उस वक्त हुआ, जब घटना स्थल पर पुलिस भी मौजूद थी, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए उचित धाराओं में मुकदमा न दर्ज करने की शिकायत की है. इस घटना ने पूरे गांव में तनाव और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है.
सूत्रों के मुताबिक, कुसुंभी गांव में होली मिलन समारोह और रामलीला का आयोजन हो रहा था. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग रामलीला देखने के लिए इकट्ठा हुए थे. तभी, प्रधानपति और उनके कुछ साथियों ने पुरानी रंजिश को लेकर कुछ युवकों को निशाना बना लिया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने पहले युवकों से गाली-गलौज की और फिर धारदार हथियारों, जैसे कुल्हाड़ी, फरसा और चाकू से उन पर हमला बोल दिया. हमले में कई युवक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तुरंत स्थानीय अस्पताल भेजा गया, और कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है.
चौंकाने वाली बात यह है कि घटना के समय असोथर थाना की पुलिस मौके पर मौजूद थी, लेकिन वे हमलावरों को रोकने में असफल रही. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने न केवल हमले को रोकने का प्रयास नहीं किया, बल्कि बाद में भी मामले को दबाने की कोशिश की. एक पीड़ित के परिजन विजय शंकर पांडेय ने कहा, पुलिस के सामने ही हमलावरों ने मेरे बेटे पर हथियारों से वार किया, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही. अब थाने में शिकायत करने पर भी सही धाराओं में मुकदमा दर्ज नहीं किया जा रहा, यह पूरी तरह मिलीभगत का मामला है.
स्थानीय लोगों का मानना है कि यह हमला गांव में दो गुटों के बीच चल रही पुरानी दुश्मनी का परिणाम है. कुछ लोगों का कहना है कि प्रधानपति और उनके साथी इलाके में दबदबा रखते हैं, जिसकी वजह से वे बेखौफ होकर ऐसी घटनाओं को अंजाम देते हैं.