फतेहपुर: महिला लेखपाल से छेड़छाड़ के विरोध में लेखपाल संघ का धरना, कार्य बहिष्कार का ऐलान

फतेहपुर: खागा तहसील परिसर में कार्यरत महिला लेखपाल ने पूर्व प्रधान (नैम, नगर पंचायत खागा निवासी) पर छेड़छाड़ का गंभीर आरोप लगाया है. यह घटना 22 अगस्त 2025 को तहसील स्थित खतौनी कार्यालय में घटी, जहां महिला लेखपाल ड्यूटी पर थीं. पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने कार्यालय में अभद्र भाषा का प्रयोग किया और शारीरिक छेड़छाड़ की कोशिश की. भावुक होते हुए उन्होंने कहा कि जब हम सरकारी दफ्तर में भी सुरक्षित नहीं हैं तो फील्ड में कैसे काम करें? उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब प्रदेश के मुख्यमंत्री स्वयं महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं, फिर भी ऐसी घटनाएं कैसे हो रही हैं?

घटना की लिखित सूचना खागा कोतवाली में दी गई, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को थाने बुलाकर पूछताछ की. पीड़िता द्वारा की गई पहचान के बावजूद पुलिस ने आरोपी पर केवल धारा 132 व 74 के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे छोड़ दिया. इस पर लेखपाल संघ ने कड़ी नाराजगी जताई. थाने की कार्रवाई से नाराज लेखपाल संघ के पदाधिकारियों व सदस्यों ने तहसील परिसर में धरना शुरू कर दिया. संघ के जिलाध्यक्ष दिनेश सिंह, तहसील अध्यक्ष विपिन सिंह यादव और जिला मंत्री रावेन्द्र कुमार की अगुवाई में सैकड़ों लेखपालों ने हड़ताल पर बैठने का ऐलान किया.

तहसील अध्यक्ष विपिन सिंह ने कहा कि जब तहसील परिसर में कर्मचारी सुरक्षित नहीं हैं, तो फील्ड में महिला लेखपाल कैसे कार्य करेंगी? हम तब तक कार्य नहीं करेंगे, जब तक आरोपी को जेल नहीं भेजा जाता. खागा के उपजिलाधिकारी अभिनीत कुमार ने मामले की जांच कर कड़ी कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया है. धरने में अरविन्द्र कुमार सिंह (खागा), अशोक सचान (अफोई), राजकुमार गुप्ता (ऐरायां), सुमेर सिंह, कमल सिंह, दिलीप कुमार, कुलदीप, अनिल पाल, अमरजीत सिंह, सत्यप्रकाश, कुशल वर्मा, सुशील कुमार, मनोज मौर्य, उमेश, सपना और अन्य राजस्व विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे.

लेखपाल संघ ने स्पष्ट कहा कि जब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक कोई भी लेखपाल न तो अपने दफ्तर में कार्य करेगा और न ही फील्ड में किसी प्रकार की राजस्व या विभागीय जिम्मेदारी निभाएगा.

 

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