फतेहपुर : गांव की सड़क पर काल बनकर आई रफ्तार, पूर्व प्रधान की मौत, दो घायल

फतेहपुर : तेज रफ्तार और लापरवाही ने एक बार फिर जान ले ली. बकेवर थाना क्षेत्र के डारी खुर्द गाँव के समीप हुए सड़क हादसे में पूर्व प्रधान की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दो किशोर गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई, और ग्रामीणों की भीड़ जुट गई. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची और घायलों को अस्पताल भेजा.

Advertisement

घटना बुधवार दोपहर की बताई जा रही है. धमौली गाँव के पूर्व प्रधान 77 वर्षीय रामपाल साइकिल से डारी खुर्द गाँव की ओर जा रहे थे. वह अपने मित्रों से मिलने जा रहे थे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. जैसे ही वे औंग-सकूरा मार्ग पर बैठका और डारी खुर्द गाँव के बीच पहुँचे, पीछे से तेज रफ्तार में आ रही बाइक ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी.

टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि रामपाल हवा में उछलकर सड़क पर गिर पड़े. सिर पर गंभीर चोट लगने से उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया. बाइक पर सवार दोनों किशोर भी सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए.

हादसे के वक्त पास ही मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि बाइक काफी तेज रफ्तार में थी. जैसे ही बाइक सवारों ने ओवरटेक करने की कोशिश की, अचानक संतुलन बिगड़ गया और सीधा साइकिल से टकरा गए. टक्कर लगते ही पूर्व प्रधान सड़क पर गिर पड़े और बाइक सवार लड़के भी दूर जा गिरे। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। कुछ लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जबकि कुछ ग्रामीण घायलों को संभालने में जुट गए.

प्रत्यक्षदर्शियों ने यह भी बताया कि यदि बाइक की गति थोड़ी कम होती या चालक सावधानी बरतता, तो यह हादसा टाला जा सकता था. अक्सर देखा जाता है कि गाँवों की सड़कों पर तेज रफ्तार में बाइक चलाने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है, जिससे आए दिन हादसे हो रहे हैं.

घायलों की हालत नाजुक, कानपुर रेफर

घटना की सूचना मिलते ही बकेवर पुलिस मौके पर पहुँची और घायलों को एम्बुलेंस से जहानाबाद स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) भेजा. डॉक्टरों ने जाँच के बाद रामपाल को मृत घोषित कर दिया. वहीं, बाइक चला रहा 25 वर्षीय मयंक और उसका छोटा भाई 14 वर्षीय प्रदीप, निवासी दुबेपुर, थाना बकेवर, गंभीर रूप से घायल पाए गए. डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को कानपुर रेफर कर दिया.

पूर्व प्रधान का परिवार शोक में डूबा

रामपाल धमौली गाँव के पूर्व प्रधान थे और वर्ष 1990 से 2000 तक दुबेपुर ग्राम पंचायत का नेतृत्व कर चुके थे। वे न केवल राजनीति में सक्रिय थे, बल्कि एक सफल व्यापारी भी थे। हादसे की खबर जैसे ही परिवार तक पहुँची, घर में कोहराम मच गया. रामपाल के दो बेटे हैं—बड़ा बेटा देवेंद्र पुलिस विभाग में दरोगा के पद पर अकबरपुर जिले में तैनात है, जबकि छोटा बेटा अर्जुन खेतीबाड़ी करता है। परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है.

गाँव में शोक, पुलिस कर रही जाँच

हादसे के बाद गाँव में शोक की लहर दौड़ गई। अंतिम संस्कार की तैयारियाँ की जा रही हैं और लोग पूर्व प्रधान को श्रद्धांजलि देने उनके घर पहुँच रहे हैं। बकेवर पुलिस पूरे मामले की जाँच में जुटी है और यह पता लगाया जा रहा है कि क्या बाइक सवारों की लापरवाही से हादसा हुआ या फिर कोई अन्य कारण था. पुलिस का कहना है कि जाँच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.

यह हादसा एक बार फिर तेज रफ्तार और लापरवाही के खतरों को उजागर करता है. गाँवों में सड़कों पर वाहन चलाते समय विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है ताकि इस तरह के हादसों को टाला जा सके.

Advertisements