यूपी के फतेहपुर में 24 साल के विकास को बार-बार सांप काटने के मामले में जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है. CMO की अगुवाई में दो से तीन डॉक्टरों की एक टीम बनाई गई है, जो 48 घंटे के अंदर जांच कर अपनी रिपोर्ट सौपेंगी. दरअसल, विकास को 40 दिन के अंदर 7 बार सांप डस चुका है. इस बार उसकी हालत गंभीर हो गई थी. प्राइवेट अस्पताल में उसका इलाज चला था. हालांकि, अभी वो घर पहुंच गया है.
इस घटना को लेकर अब फतेहपुर के CMO डॉक्टर राजीव नयन गिरी का बयान आया है. उन्होंने बताया कि मेरे संज्ञान में यह मामला आया है. मैं कल डीएम ऑफिस में बैठा हुआ था, मीटिंग चल रही थी तब उन लोगों (पीड़ित) ने डीएम साहब के पास एक एप्लीकेशन दिया था. उसमें बताया गया कि युवक को 5 से 6 बार सांप काट चुका है. अब शायद सांप ने सातवीं बार उसे डसा है. हर बार शनिवार-रविवार को डसता था, इस बार पहले काट लिया. फिलहाल, पीड़ित का इलाज जारी है.
CMO के मुताबिक, पीड़ित के परिजनों द्वारा बताया गया कि सांप काटने पर वे हर बार एक ही प्राइवेट अस्पताल में जाते हैं. इसकी भी जांच की जा रही है कि आखिर उसी अस्पताल में क्यों इलाज होता है. पता तो चले वहां कैसा इलाज किया जा रहा है. चूंकि, बार-बार एंटीवेनम दवा से साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं.
फिलहाल, मेडिकल बोर्ड बना दिया गया है. दो-तीन दिन में जांच रिपोर्ट आ जाएगी. वैसे हमारे जिले के सभी अस्पतालों में एंटीवेनम इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. हमारी टीम उस अस्पताल में जाएगी और मरीज से भी मिलेगी. टीम वहां देखेगी कि युवक की बॉडी पर कहां-कहां कितने बाइट हैं. सात बार सांप काटने का मतलब है कि सात निशान होंगे.
वहीं, फतेहपुर के डीएफओ रामानुज त्रिपाठी ने बताया कि सूचना मिली थी कि एक ही व्यक्ति को सात बार सांप काट चुका है. लेकिन ये स्पष्ट नहीं हो सका है कि एक ही सांप ने काटा है या अलग-अलग सांप ने. प्रयास किया जा रहा है कि सांप को पकड़ा जाए और रेस्क्यू कर उसे जू में छोड़ दिया जाए.
बता दें, सर्पदंश से पीड़ित 24 वर्षीय विकास मलवा थाना क्षेत्र के सौरा गांव का रहने वाला है, जिसे 40 दिनों के अंदर सांप ने सातवीं बार काटा है. सांप इस कदर उसके पीछे पड़ा है कि भागकर मौसी और चाचा के घर जाने पर सांप उसे डस ले रहा है. गनीमत रही कि हर बार इलाज के बाद वो ठीक गया. मगर सातवीं बार स्नेक अटैक के बाद उसकी हालत गंभीर है. परिजन लगातार इस अल्कल्पनीय घटना से खासा परेशान और भयभीत हैं. उन्होंने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.