मध्य प्रदेश के जबलपुर दोहरे हत्याकांड में पुलिस ने आरोपी नाबालिग बेटी और उसके बॉयफ्रेंड को अरेस्ट किया है. मुख्य आरोपी मुकुल सिंह अब पांच दिन के पुलिस रिमांड पर है. मुकुल ने पुलिस की पूछताछ में अपना गुनाह तो कबूल किया ही है, साथ ही कई सनसनीखेज खुलासे भी किए हैं.
मुकुल ने पुलिस को बताया कि उसने गर्लफ्रेंड के पिता और छोटे भाई की हत्या करने के बाद फर्श पर फैले खून को साफ किया, अगरबत्ती जलाई और लाशों के बगल में प्रेमिका के साथ शारीरिक संबंध बनाए. वारदात को अंजाम देने के बाद जब वह ट्रेन से भाग रहे थे, तो ट्रेन के टॉयलेट में भी दोनों ने संबंध बनाए. हालांकि, इस केस में पुलिस ने धारा 376 के तहत एक और मामला दर्ज कर किया है.
पुलिस आरोपी को लेकर वारदात वाली जगह यानी सिविल लाइन के मिलेनियम कॉलोनी स्थित राजकुमार विश्वकर्मा के घर भी पहुंची. यहां एक बार फिर पुलिस ने क्राइम सीन रीक्रिएट किया. पुलिस ने आरोपी से पूछा कि पैसे खत्म होने के बाद तुम लोग खाना कहां से खाते थे. इस पर आरोपी ने बताया कि ट्रेन मे यात्रियों का बचा हुआ खाना खाते थे. फिर लंगर खाया करते थे. पुलिस ने पूछा कि तुमने राजकुमार विश्वकर्मा और तनिष्क विश्वकर्मा की हत्या क्यों की, इस पर आरोपी बोला कि पूर्व में दर्ज प्रेमिका से रेप के मामले में सजा होने का डर था, इसलिए हत्याकांड को अंजाम दिया.
पुलिस आरोपी को बेंगलुरु भी लेकर जाएगी
सिविल लाइन थाना प्रभारी धीरज राज ने बताया कि आरोपी नाबालिग बेटी के बयानों के आधार पर आरोपी मुकुल के खिलाफ एक और मामला धारा 376 (रेप का) दर्ज किया गया है. इसके साथ ही नाबालिग का मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया गया है. पुलिस आरोपी को बेंगलुरु भी लेकर जाएगी, जहां पर आरोपी ने हत्या में इस्तेमाल हथियार को अपने किसी दोस्त के पास छिपाया है. इस दोहरे हत्याकांड में नाबालिग प्रेमिका ने घटना को अंजाम देने में प्रेमी का पूरा साथ दिया है. वारदात में शामिल हथियार दोनों ने ऑनलाइन और दुकानों से पहले ही खरीद लिए गए थे.
जानिए पूरा मामला
इसी साल 15 मार्च को जबलपुर के मिलेनियम कॉलोनी में राजकुमार विश्वकर्मा और उनके आठ साल के बेटे तनिष्क की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. वारदात को अंजाम देने वाले राजकुमार विश्वकर्मा की बेटी और उसका बॉयफ्रेंड मुकुल हैं. दोनों अब पुलिस की गिरफ्त में हैं. दरअसल, राजकुमार विश्वकर्मा को आरोपी मुकुल और बेटी के बीच के संबंधों को पता चल गया था. बीते साल 5 सितंबर को मृतक राजकुमार ने अपनी नाबालिग बेटी के प्रेमी मुकुल सिंह के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में पाक्सो एक्ट का मुकदमा दर्ज कराया था. इस मामले में जेल से छूटने के बाद आरोपी मुकुल सिंह प्रेमिका के साथ मिलकर उसके पिता को रास्ते से हटाने का प्लान बना रहा था.
हालांकि, राजकुमार विश्वकर्मा ने अपनी नाबालिग बेटी को इटारसी में अपने रिश्तेदार के घर भेज दिया था, लेकिन उसके बावजूद भी वह सोशल मीडिया मोज एप के जरिए प्रेमी मुकुल सिंह के संपर्क में बनी हुई थी. मुकुल सिंह को भी इस बात का भय था कि राजकुमार विश्वकर्मा अपनी नाबालिग बेटी से बयान दिलवाकर पाक्सो एक्ट में उसे सजा दिलवा देंगे. दोनों आरोपियों का इरादा शव को टुकड़े-टुकड़े करके ठिकाने लगाने का था, लेकिन खून देखकर वे डर गए. कत्ल के बाद उन्होंने दोनों शवों को पॉलिथीन में पैक किया. भाई के शव को फ्रिज के अंदर रख दिया. आरोपियों ने घटना के बाद खून साफ किया. घर में अगरबत्ती जलाई, वह इसलिए कि शव से निकलने वाली बदबू आसपास न फैले.