दुर्ग जिले में 6 बच्चों के पिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शुक्रवार (8 अगस्त) सुबह शहर के कोर्ट परिसर में युवराज सार्वा (45) की लाश फंदे पर लटकती मिली। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
वार्ड 31 आपपुरा का रहने वाला युवराज दुकान लगाता था, जहां वह सब्जी और सीजनल चीजें बेचता था। उसने सुसाइड क्यों किया ये अभी किसी को नहीं मालूम चला है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को मर्चुरी भेज दिया।
परिजनों का कहना है कि सब्जी लगाने को लेकर एक दुकानदार से उनका विवाद था। जिससे वह मानसिक रूप से परेशान रहते थे। युवराज सार्वा अभी हॉस्पिटल में एडमिट थे। सुबह ड्रिप लगी स्थिति में निकलकर सीधे कलेक्ट्रेट पहुंचे और वहीं फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया।
तैराकी में नेशनल चैंपियन थे बच्चे
मृतक का घर ठीक सिटी कोतवाली के पीछे है। उनकी 5 बेटियां हैं, 1 बेटा है। सभी संतानें तैराकी में नेशनल चैंपियन रह चुके हैं। घटना के बाद से क्षेत्र में शोक की लहर है।
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच के बाद ही आत्महत्या के कारणों का पता चल सकेगा। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
दुकानदार से विवाद था
मृतक के पुत्र हेमंत सार्वा ने बताया कि उनके पिता हटरी बाजार में एक दुकानदार के दुकान के सामने सब्जी और सीजनल सामान का दुकान लगाते थे। इसको लेकर कई बार विवाद की स्थिति बनी और थाने में शिकायत भी की गई थी।
लेकिन वह दुकानदार अपनी पहुंच का धौंस दिखाकर उन्हें लगातार डराता-धमकाता था। मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर मृतक घर में कई बार आत्महत्या करने की बात कह चुके थे।
परिजनों के अनुसार, दो दिन पहले युवराज सार्वा को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार तड़के 4 बजे वह अस्पताल से हाथ में ड्रिप लगी स्थिति में निकलकर सीधे कलेक्ट्रेट न्यायालय परिसर पहुंचे और वहीं फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया।