मेरे पिता की तबीयत ज्यादा खराब है। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। इसलिए मुझे छुट्टी चाहिए।
-डॉ. मोहन फड़णवीस, पशु चिकित्सक
कृपया अपने पिता के वेंटिलेटर पर की फोटो साझा करिए।
-डॉ.ओपी बुनकर, नोडल प्रभारी, पशुपालन विभाग
ऊपर लिखीं ये लाइनें पढ़कर स्पष्ट है कि मामला छुट्टी लेने से जुड़ा है। एक डॉक्टर के छुट्टी मांगने पर सीनियर अफसर (नोडल अधिकारी) ने असंवेदनहीनता की सारी हदें पार कर दीं। उन्होंने वेंटिलेटर पर पिता की फोटो मांग ली। अफसोस अब डॉक्टर के पिता इस दुनिया में नहीं हैं।
सीनियर अफसर के इस रवैया के खिलाफ पशु चिकित्सकों में गुस्सा है। पशु चिकित्सक संघ ने डॉ. ओपी बुनकर से माफी मांगने की मांग की है। साथ ही कहा है कि अगर ऐसा उन्होंने नहीं किया तो आंदोलन किया जाएगा।
यह है पूरा मामला पशु चिकित्सक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. दिनेश खोईवाल ने बताया- शासन सचिव पशुपालन विभाग ने भीलवाड़ा जिले की मॉनिटरिंग के लिए डॉ.ओपी बुनकर को नोडल प्रभारी नियुक्त किया है।
शाहपुरा के ब्लॉक वेटरनरी हेल्थ ऑफिस (बीवीएचओ) व पशु चिकित्सालय ढिकोला के पशु चिकित्सक मोहन फड़नवीस के पिता नागपुर (महाराष्ट्र) में रहते थे। 5 अगस्त की देर रात 1:50 बजे पिता की अचानक तबीयत बिगड़ गई। डॉक्टर्स ने उन्हें वेंटिलेटर पर ले लिया।
रात 1:58 बजे वॉट्सऐप ग्रुप पर छुट्टी मांगी डॉ. मोहन फड़णवीस ही अपने पिता की देखभाल करते थे। पिता के वेंटिलेटर पर होने की जानकारी मिलते ही उन्होंने रात 1:58 बजे भीलवाड़ा के अधिकारियों के वॉट्सऐप ग्रुप पर लीव का एप्लीकेशन स्वीकृति के लिए डाल दिया। उधर, रात को ही पिता का निधन हो गया।
5 अगस्त की सुबह 9:19 बजे नोडल प्रभारी डॉ. बुनकर ने अमानवीयता दिखाते हुए छुट्टी के आवेदन पर टिप्पणी करते हुए आदेश दिया कि पिता को वेंटिलेटर पर रखा गया है, तो उसका फोटो ग्रुप में शेयर करें। इसके बाद जिलाध्यक्ष डॉ. दिनेश खोईवाल ने डॉ. मोहन के पिता के निधन की सूचना ग्रुप पर शेयर कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
सीएम से नोडल प्रभारी को हटाने की मांग घटना के बाद पशु चिकित्सक गुस्से में हैं। पशु चिकित्सक संघ ने नोडल प्रभारी डॉ. बुनकर से लिखित में माफीनामा मांगा है। खोईवाल ने चेतावनी दी कि यदि डॉ. बुनकर माफी नहीं मांगते हैं तो संघ भविष्य में कठोर निर्णय लेगा। साथ ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से जिले के नोडल प्रभारी को हटाने की मांग की।
मोहन फड़णवीस बोले- टारगेट कर परेशान किया वेटरनरी डॉक्टर मोहन फड़णवीस का कहना है कि इस तरह का काम दुर्भावना और पूर्वाग्रह से किया किया है। इसकी निष्पक्ष रूप से जांच होनी चाहिए। हमारी यूनियन जो भी उचित समझेगी, इस पर एक्शन लेगी।