ओडिशा में भगवान जगन्नाथ की नगरी पुरी में संकट के बादल मंडरा रहे हैं. भारतीय मौसम विभाग की आशंका के मुताबिक चक्रवात ‘डाना’ 25 अक्टूबर तक ओडिशा तट से टकराएगा. ऐसे में पुरी में तबाही आ सकती है. मौसम विभाग के इस इनपुट के बाद पुरी पहुंचे पर्यटक और श्रद्धालुओं ने तेजी से शहर छोड़ना शुरू कर दिया है. राज्य सरकार ने भी बाहर से आए लोगों से तीर्थ नगरी पुरी को खाली करने की अपील की है. ओडिशा सरकार ने सोमवार को ही इस संबंध में एडवाइजरी जारी की थी.
इसमें राज्य सरकार ने राहत कार्य की तैयारी चौकस होने का दावा तो किया था, लेकिन यहां आए पर्यटकों की सुरक्षा के मद्देनजर चक्रवाती तूफान आने से पहले पुरी शहर छोड़ने का आग्रह भी किया था. सरकार ने अपनी एडवाइजरी में कहा है कि 24 अक्टूबर की रात तक या फिर 25 अक्टूबर की सुबह तक पुरी और सागर द्वीप के बीच चक्रवाती तूफान दस्तक दे सकता है. इसी के साथ राज्य सरकार ने पुरी जिला प्रशासन को एलर्ट करते हुए कहा है कि 22 अक्टूबर से ही पुरी में नए पर्यटकों की आमद नहीं होनी चाहिए.
5 IAS अफसरों को मिली जिम्मेदारी
राज्य सरकार ने चक्रवाती तूफान ‘डाना’ से निपटने के लिए पांच जिलों में वरिष्ठ IAS अधिकारियों की तैनाती की है. यह पांचों जिले बालासोर, भद्रक, पुरी, मयूरभंज और जगतसिंहपुर तटीय और उत्तरी हिस्से में हैं. यहां आईएएस अफसरों की तैनाती करते समय यह ध्यान रखा गया है कि ये अफसर पूर्व में यहां बतौर कलेक्टर रह चुके हों. इन अफसरों को अपने अनुभव का लाभ उठाते हुए राहत और बचाव कार्य की तैयारी करने और तूफान आने पर पूरी ताकत के साथ जुट जाने को कहा गया है.
अधिकारियों ने अपने जिलों में संभाली कमान
राज्य सरकार ने इन अधिकारियों को चक्रवात से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने, आवश्यक आपूर्ति सुनिश्चित करने और NDRF और ODRAF जैसी आपदा प्रबंधन टीमों के साथ समन्वय करने को कहा है. इन अधिकारियों में वरिष्ठ आईएएस के. सुधर्शन चक्रवर्ती को बालासोर भेजा गया है. वहीं त्रिलोचन माझी को भद्रक, बलवंत सिंह को पुरी, विनीत भारद्वाज को मयूरभंज और यामिनी सारंगी को जगतसिंहपुर की जिम्मेदारी गई है. इन अधिकारियों को हर हाल में 23 अक्टूबर की सुबह तक अपने जिलों में पहुंचकर हालात और तैयारियों का जायजा लेना है.
पश्चिम बंगाल में भी अलर्ट
डाना तूफान को लेकर पश्चिम बंगाल के भी सात जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हालात का जायजा लेने के बाद 23 से 26 अक्टूबर तक इन सभी सात जिलों के स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की है. इसी के साथ उन्होंने इन सभी सात जिलों साउथ 24 परगना, नार्थ 24 परगना, हावड़ा, वेस्ट मेदिनापुर, ईस्ट मेदिनापुर, झारग्राम और बांकुरा में ICDS सेंटर शुरू करने के आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने इन सभी जिलों के हालात पर नजर रखने और एहतियाती कदम उठाने के लिए अलग से वरिष्ठ अधिकारियों और मंत्रियों को बतौर सुपरवाइजर नियुक्त किया है.