इटावा में बेखौफ बाइक चोर: दिनदहाड़े वारदात, पुलिस पर गंभीर सवाल और रिटायर्ड फौजी दुकानदार पर दबाव

Uttar Pradesh: इटावा शहर में बाइक चोरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे आम जनता में भय का माहौल है. हालिया घटना सिविल लाइन क्षेत्र के रेलवे स्टेशन बजरिया से सामने आई है, जिसने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. यहां एक खाने की दुकान के बाहर दिनदहाड़े एक बाइक चोरी हो गई, और चौंकाने वाली बात यह है कि पूरी वारदात दुकान के सामने लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने पुलिस की सुस्ती और संवेदनहीनता को उजागर किया है.

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यह घटना दो दिन पहले की बताई जा रही है। सीसीटीवी फुटेज में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि एक युवक बिना किसी डर या झिझक के दुकान के बाहर खड़ी बाइक को बड़ी आसानी से चाबी लगाकर ले जाता है, चोर की बेखौफी देखकर लगता है कि उसे पुलिस का कोई खौफ नहीं है.

पुलिस की अजीबो-गरीब कार्रवाई: आरोपी गायब, दुकानदार पर मुआवजे का दबाव
बाइक चोरी की शिकायत दर्ज होने के बाद, चौकी इंचार्ज रेलवे स्टेशन बजरिया, संजय यादव, मौके पर पहुंचे. लेकिन इसके बाद जो हुआ, वह किसी भी आम नागरिक के लिए हैरान करने वाला है। आरोपी की तलाश और गिरफ्तारी करने के बजाय, चौकी इंचार्ज ने उलटे दुकान संचालक, जो कि एक रिटायर्ड फौजी हैं, पर ही चोरी हुई बाइक की कीमत चुकाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया. रिटायर्ड फौजी ने पुलिस के इस रवैये पर गहरी आपत्ति जताई है और पुलिस के व्यवहार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

दुकानदार का स्पष्ट कहना है कि उन्हें यह भी नहीं पता था कि बाइक उनके ग्राहक की थी, जब तक कि ग्राहक ने बाहर आकर अपनी बाइक चोरी होने की सूचना नहीं दी. बावजूद इसके, पुलिस की प्राथमिकता चोर को पकड़ने की बजाय दुकानदार से ही नुकसान की भरपाई करवाना बन गई है. यह स्थिति कानून व्यवस्था और न्याय के सिद्धांतों पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न लगाती है.

उच्च अधिकारियों से न्याय की गुहार: साजिश की आशंका
पीड़ित दुकानदार ने इस पूरे मामले की शिकायत थाना सिविल लाइन के प्रभारी विक्रम सिंह से भी की है, हालांकि, दुकानदार का आरोप है कि इसके बाद भी चौकी इंचार्ज संजय यादव लगातार उन पर मानसिक दबाव बनाए हुए हैं. दुकानदार ने यह भी दावा किया है कि चौकी इंचार्ज पीड़ित बाइक स्वामी को अपनी निजी कार में बैठाकर लाते हैं और उन पर लगातार दबाव बनाते हैं कि वे बाइक की भरपाई करें.

रिटायर्ड फौजी दुकानदार ने इस पूरी चोरी की घटना में किसी बड़ी साजिश की आशंका भी जताई है, जिसमें आसपास के कुछ लोग भी शामिल हो सकते हैं. उन्होंने इटावा पुलिस के उच्च अधिकारियों से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है और न्याय की गुहार लगाई है.

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